लखनऊ में सिविल कोर्ट परिसर में कुख्यात शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जीवा मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी बताया जाता था। बुधवार दिन में हत्या करने के इरादे से एक युवक वकील का ड्रेस पहनकर लखनऊ सिविल कोर्ट में दाखिल हुआ। वह पहले से घात लगाए हुए था। जैसे ही जीवा वहां पर पहुंचा, उसने जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। मौके पर अधिवक्ताओं और पुलिस ने मिलकर शूटर को गिरफ्तार कर लिया। हमले में एक डेढ़ साल की बच्ची भी घायल हो गई है, उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। एक सिपाही के पैर में गोली लगी है।
भाजपा नेता ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या में जीवा का नाम सामने आया था। उस पर जेल के अंदर से आपराधिक गतिविधियों को संचालित करने का भी आरोप लगा था। पिछले कुछ वर्षों से संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा अपनी पत्नी को राजनीति में स्थापित करने का प्रयास कर रहा था। उसकी पत्नी पायल माहेश्वरी ने 2017 में विधानसभा का चुनाव राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर लड़ा था। जीवा इस समय लखनऊ जेल में बंद था। बताया जाता है कि 90 के दशक में जीवा का अपराध की दुनिया में काफी दबदबा था। शुरुआत के दिनों में वह एक डिस्पेंसरी में कंपाउंडर का काम करता था। नौकरी के दौरान उसने अपने मालिक के बेटे का अपहरण कर लिया था। नब्बे के दशक में कोलकाता के एक व्यापारी के बेटे का भी अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगी थी। जीवा, हरिद्वार के नाजिम गिरोह से भी जुड़ा था। सतेन्द्र बरनाला से भी उसका सम्पर्क बताया जाता है।
टिप्पणियाँ