झारखंड में लोहरदगा के शीला अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रथम वर्ग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पूरे झारखण्ड से 244 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। 20 दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन 2 जून को हुआ। समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ सुखी उरांव ने कहा कि समाज में समरसता का भाव लेकर राष्ट्र निर्माण की बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ करता आ रहा है। झारखंड सहित कई जगहों पर समाज में कुछ स्वार्थी तत्व सरना को लेकर मतभेद पैदा करने की कोशिश कर हिन्दू समाज को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे देश और समाज विरोधी शक्ति से हमें सचेत रहने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित शिक्षार्थियों से आह्वान किया कि जो प्रशिक्षण उन्होंने यहां प्राप्त किया है उसे अपने समाज के बीच भी पहुंचाने की जरूरत है। यह काम संघ के स्वयंसेवक आसानी से कर सकते हैं।
मुख्य अतिथि स्वामी भवेशानन्द जी ने कहा 20 दिन का यह प्रशिक्षण और इनके द्वारा किए गए शारीरिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि स्वामी विवेकानंद जी के सपने साकार हो रहे हैं। स्वामी विवेकानंद जी ने जो कल्पना की थी उसे संघ के स्वयंसेवक ही साकार कर रहे हैं। आज हिन्दू समाज को बलशाली और वैभवशाली बन रहा है।
मुख्य वक्ता के तौर पर उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक श्री रामनवमी प्रसाद ने शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए ‘संघे शक्ति कलीयुगे’ को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि इस कलयुग में संगठन में ही शक्ति है और हिंदू समाज को आज इसकी सबसे अधिक आवश्यकता भी है। शिक्षार्थियों को बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से हम खुद को और अपने हिंदू समाज को आसानी से संगठित कर सकते हैं। इसी भाव को यहां हम सबने सीखा है। आगे कहा कि संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने वर्ष 1925 में संघ की स्थापना की और संघ व्यक्ति निर्माण के माध्यम से भारत को परम वैभव पर ले जाने को लेकर प्रतिबद्ध है। अपना हिंदू समाज बलशाली हो, संगठित हो, इस नाते संघ अपना कार्य दैनिक शाखा के माध्यम से व्यक्ति निर्माण का काम करता रहता है। इसके बाद उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि सैकड़ों वर्षों से अपना हिंदू समाज और इसका इतिहास संघर्षों का इतिहास रहा है ।उन्होंने आह्वान किया कि अभी भी हमारा संघर्ष समाप्त नहीं हुआ है। इसके लिए हम सभी को संगठित होकर एक होना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र है और इसमें संघ को किसी प्रकार का संशय नहीं है । विश्व का कल्याण हिंदू संस्कृति से ही संभव है।
आपको बता दें कि लोहरदगा में आयोजित इस 20 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में कुल 244 शिक्षार्थी जो 92 खंडों 39 नगरों 113 मंडल,53 बस्ती के 159 vcc स्थानों से उपस्थित थे। इस प्रशिक्षण वर्ग में आने वाले लोगों में चिकित्सक, वैज्ञानिक, प्राध्यापक,अभियंता व कृषक आदि शामिल थे।
समापन समारोह में प्रशिक्षण।र्थियों ने दंड, नियुद्ध, यष्टि, पद विन्यास, दंडयुद्ध, दंड योग, आसन और व्यायाम का भव्य सामूहिक प्रदर्शन किया। इसके बाद घोष प्रदर्शन के शिक्षार्थियों ने घोष की अनेक ताल, लय का मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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