चंडीगढ़ : पीएम मोदी की ‘मन की बात’ विदेशों में भी लोगों को खूब भा रही है। मन की बात के ऐतिहासिक 100वें एपिसोड में ‘सेल्फी विद डॉटर’ के फाउंडर सुनील जागलान से हुए, पीएम मोदी के संवाद के बाद से देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोगों में ‘सेल्फी विद डॉटर’ को लेकर खासी रुचि बढ़ी है। इस बात का उदाहरण इसी बात से लगाया जा सकता है, कि साइट संभालने के लिए सुनील जागलान को अलग से कोशिशें करनी पड़ रहीं हैं।
बतादें, पीएम मोदी ने मन की बात के 100वें एपिसोड में सुनील जागलान के ‘सेल्फी विद डॉटर’ कैंपेन को हरियाणा में लिंगानुपात सुधार का श्रेय दिया था। इसी के साथ उन्होंने खुदको सुनील जागलान से प्रभावित होना भी बताया था। सुनील जागलान ने हरियाणा के जींद जिला के बीबीपुर गांव में 9 जून 2015 को ‘सेल्फी विद डॉटर’ कैंपेन का शुभारंभ किया था।
सुनील जागलान के मुताबिक मन की बात के 100वें एपिसोड में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनका संवाद हुआ था, उसके बाद से ही उनके पास देश और विदेश सभी जगह से ढेरों फोन कॉल्स आने प्रारंभ हो गए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ उनके संवाद को भारत ही नहीं विदेशों में भी बसे लोगों ने सुना और देखा था। जिसके बाद से ही ‘सेल्फी विद डॉटर’ कैंपेन वायरल हो गया। उन्होंने कहा कि मन की बात के 100वें एपिसोड से पहले जहां हर वर्ष में कुल 40 हजार सेल्फी अपलोड हुआ करती थीं, वहीं अब पिछले 15 दिनों के अंदर ही लगभग 42 हजार नई सेल्फी अपलोड की गईं हैं। यह आंकड़ा इस बात को साफ करता है, कि प्रधानमंत्री की मन की बात देश और विदेश में कितनी पसंदी की जा रही है।
उन्होंने आगे बताया कि इन 15 दिनों में जो भी सेल्फी अपलोड की गई है, उनमें 8000 से ज्यादा सेल्फी विदेशों से आईं हैं। जिन सेल्फियों में सबसे ज्यादा पड़ोसी देश नेपाल से आईं हुईं सेल्फी शामिल हैं। सुनील जागलान ने यह भी बताया कि सैकड़ों ‘सेल्फी विद डॉटर’ और भी अगल-अगल देशों से आईं हैं, जिनमें अमेरिका, इंग्लैंड, पौलेंड, जर्मनी, भूटान और कनाडा देश शामिल हैं।
सुनील जागलान ने कहा कि सेल्फी ज्यादा आने की वजह से उन्हें अपनी साइट को अपग्रेड करवाना पड़ रहा है। जिसको लेकर आईटी की टीम निरंतर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि एक बार साइट को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया था, क्योंकि ज्यादा सेल्फी आने की वजह से उन्हें अपलोडिंग बंद करने का कदम उठाना पड़ा था। उन्होंने बताया कि यह कदम इसलिए भी उठाया क्योंकि हर ‘सेल्फी विद डॉटर’ को वैरिफाई किया जाता है, और एक साथ इतनी ज्यादा सेल्फी विद डॉटर को वैरिफाई नहीं किया जा सकता, उन्होंने आगे बताया कि जब साइट पर अपलोडिंग एक दिन के लिए बंद हुई, तो लोगों के उनके पास फोन आने शुरू हो गए।
सुनील जागलान के मुताबिक 9 जून को प्रति वर्ष ‘सेल्फी विद डॉटर’ डे मनाया जाता है, लेकिन इस बार पीएम मोदी की वजह से यह एक ऐतिहासिक दिन बन गया है, और इसकी वजह यह है कि बेस्ट ‘सेल्फी विद डॉटर’ को लेकर जो प्रतिस्पर्धा चल रही है, उसमें बहुत ज़्यादा कम्पिटिशन बढ़ गया है, और ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें भाग लेना चाह रहे हैं।
इतना ही नहीं सुनील जागलान ने बताया कि ‘सेल्फी विद डॉटर’ इस बार दिव्यांग लड़कियों को समर्पित है, क्योंकि 9 जून को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम से पूर्व ही पूरे से दिव्यांग बेटियों ने अपनी ‘सेल्फी विद डॉटर’ पोस्ट की हैं। सुनील जागलान के अनुसार इस कैंपेन की विशेष बात यह है, कि जहां पहले बेटियां अपने माता, पिता के साथ सेल्फी पोस्ट किया करती थीं, वहीं अब सामान्य बेटियों के साथ ही दिव्यांग बेटियां भी इस कैंपेन में बढ़चढ़ भाग ले रहीं हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि अब तक 12 सौ दिव्यांग बेटियों की ‘सेल्फी विद डॉटर’ उनके पास आ चुकी है।
जागलान ने बताया कि पीएम मोदी ने पिछले दिनों ही पूरे देश को विकलांगों के स्थान पर दिव्यांग शब्द प्रयोग में लाने के लिए प्रेरित किया था। जिसको लेकर ही ‘सेल्फी विद डॉटर’ के संस्थापक की ओर से दिव्यांगों के लिए विशेष मुहिम को शुरू किया गया था। जागलान ने कहा कि देश के सबसे सफल और चर्चित कैंपेन को अब दिव्यांग बेटियों को समर्पित किया जा रहा है। आने वाले 9 जून को ‘सेल्फी विद डॉटर’ डे दिव्यांग बेटियों को समर्पित होगा।
उन्होंने आगे बताया कि दिव्यांग बेटियां जहां एक तरफ ‘सेल्फी’ अपलोड कर अपने बारे में बता रही हैं, वहीं वे ब्रेल लिपी में थैंक्यू प्रधानमंत्री और थैंक्यू ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान जैसे मैसेज भेजने के लिए साइन लैंग्वेज का प्रयोग कर रही हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि कई दिव्यांग बेटियों ने साइन लग्वेंज का इस्तेमाल करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और सुनील जागलान के लिए थैंक्यूं के विडियो भी पोस्ट किए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार पहली बार यह देखने को मिला है, जब देश में दिव्यांग बेटियां किसी अभियान को लेकर सोशल मीडिया पर इतनी सक्रिय हुई हैं।
सुनील जागलान ने कहा कि यूपी की दिव्यांग बेटी रिदम शर्मा ने विडियो जारी कर कहा कि पीएम मोदी ने जो हमारे लिए नई पहचान दिव्यांग शब्द से की है, उस हौंसले में ‘सेल्फी विद डॉटर’ कैंपेन ने पंख लगाए हैं, जिसको लेकर मैं उनका धन्यावाद देना देना चाहती हूं।
सुनील जागलान ने कहा कि पीएम मोदी महिलाओं और बेटियों के लिए लगातार काम कर रहे हैं, पीएम बेटियों और महिलाओं को जमीनी स्तर पर लाभांवित करने वाली योजनाओं को स्वयं देख रहे हैं। जिसकी वजह से देश में बेटियों और महिलाओं के जीवन में बहुत बड़े सकारात्मक बदलाव देखे जा सकते हैं ।
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