भोपाल। उज्जैन में भगवान महाकाल के आंगन में निर्मित महाकाल लोक में आंधी से गिरीं सप्तऋषियों की मूर्तियों की मरम्मत नहीं की जाएगी। खंडित मूर्तियां नहीं लगाई जाएंगी। इसकी जगह सप्तऋषियों की नई मूर्तियां लगाई जाएंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को इसके निर्देश दिए हैं।
उज्जैन के कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश के मुताबिक सभी 6 मूर्तियां नए सिरे से बनाई जाएंगी। इसका खर्च भी कंपनी ही उठाएगी। इस कार्य में दो महीने का वक्त लगेगा।
दरअसल, बीते रविवार की शाम को उज्जैन में आंधी के साथ हुई जोरदार बारिश के दौरान महाकाल लोक परिसर में लगी सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी बनाई थी। कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कई आरोप भी लगाए।
कांग्रेस के आरोपों पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक के लिए कांग्रेस सरकार ने एक नया पैसा नहीं दिया। महाकाल लोक के लिए भू-अर्जन तक भाजपा की सरकार में हुआ। बीच में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब सज्जन सिंह वर्मा प्रभारी मंत्री थे। सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेजेंटेशन देखा था। उस समय नगरीय प्रशासन मंत्री, पीसी शर्मा भी मौजूद थे। उस समय प्रेजेंटेशन की प्रशंसा की थी। यदि भ्रष्टाचार हुआ है, तो लिखकर दें। उन्होंने कहा कि 2016 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में देश के इतिहास का सबसे अच्छा सिंहस्थ हुआ था। धार्मिक क्षेत्रों में भाजपा की सरकार में ही काम हुआ है। महाकाल लोक, ओंकारेश्वर, ओरछा, चित्रकूट का विकास भाजपा की सरकार में हुआ। कांग्रेस ने धर्म के लिए कभी कुछ नहीं किया। दिग्विजय सिंह बताएं कि उन्होंने 10 साल में क्या किया? कांग्रेस ने सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति की। कांग्रेस ने हिंदू धर्म का मजाक उड़ाने का काम किया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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