रोजगार का बाजार एक तेज बदलाव की ओर बढ़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि छात्र खुद को उन अवसरों के लिए तैयार रखने के लिए अपनी क्षमताओं को बेहतर करें और नवाचार और नेतृत्व के लिए भी तैयार रहें। इसके लिए छात्रों को भविष्य में अपेक्षित कैरियर बदलावों और ऐसे माहौल में तरक्की करने के लिए जरूरी कौशल का विकास करना होगा।
डेल की एक रिपोर्ट कहती है कि प्रौद्योगिकी में अभूतपूर्व प्रगति, तेज आर्थिक विकास और स्थिरता का वातावरण तैयार करने पर बल देने के कारण 2030 में जिस प्रकार के रोजगार के अवसरों के उभरने का अनुमान है, उनमें से 85 प्रतिशत अभी तक सृजित ही नहीं हुए। रोजगार का बाजार एक तेज बदलाव की ओर बढ़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि छात्र खुद को उन अवसरों के लिए तैयार रखने के लिए अपनी क्षमताओं को बेहतर करें और नवाचार और नेतृत्व के लिए भी तैयार रहें। इसके लिए छात्रों को भविष्य में अपेक्षित कैरियर बदलावों और ऐसे माहौल में तरक्की करने के लिए जरूरी कौशल का विकास करना होगा।
भविष्य के करिअर
डेटा वैज्ञानिक : प्रत्येक क्षेत्र में डेटा की आवश्यकता से यह क्षेत्र एक बेहतर करिअर के तौर पर उभर रहा है। इसमें सूचना आधारित निर्णय लेने की क्षमता, इस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने की खास अपेक्षित विशेषता है। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, 2026 तक इस क्षेत्र की नौकरियों में 28% की वृद्धि का अनुमान है।
आवश्यक कौशल : मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, पायथन, आर, अपाचे स्पार्क, सिस्टम एनालिस
ई-गेमिंग विशेषज्ञ : मनोरंजन उद्योग का डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर झुकाव और वैश्विक स्तर पर ई-स्पोर्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता ने इस क्षेत्र को एक सफल रोजगार बना दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक ई-स्पोर्ट्स का बाजार सालाना 21% की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
आवश्यक कौशल : गेमिंग विशेषज्ञता, सूचना प्रौद्योगिकी, डेटा एनालिसिस, डिजिटल मीडिया संचार, मनोविज्ञान
एक्युअरी : एक्युअरी में गणित, सांख्यिकी और वित्तीय सिद्धांत का उपयोग कंपनियों को अनिश्चित स्थितियों के प्रबंधन, विशेष रूप से बीमा और जोखिम मूल्यांकन कार्यक्रमों के संबंध में, जो आज के जटिल वातावरण में तेजी से महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं, अहम भूमिका निभा रहे हैं। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, एक्युअरी की मांग में 2026 तक 20% तक की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
आवश्यक कौशल : एडवांस गणित और सांख्यिकी, वित्त, कंप्यूटिंग, विश्लेषणात्मक कौशल।
पर्यावरण अर्थशास्त्री : जैसे-जैसे जलवायु संबंधी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं, पर्यावरण अर्थशास्त्रियों को विकासशील नीतियों और व्यावसायिक रणनीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता है जो आर्थिक विकास को स्थिर और संतुलित करती हैं। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो का अनुमान है कि पर्यावरण अर्थशास्त्रियों के लिए रोजगार 2026 तक 14% की दर से बढ़ेगा।
आवश्यक कौशल : अर्थशास्त्र, पर्यावरण विज्ञान, सांख्यिकीय मॉडलिंग
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ : साइबर हमलों में बढ़ोतरी और व्यवसायों की डेटा पर बढ़ती निर्भरता के कारण, साइबर सुरक्षा पेशेवरों की मांग में तेजी आई है। देखा जाए तो 2016 से साइबर सुरक्षा पेशे में रोजगार दर करीब शत प्रतिशत रहा है। साइबर सुरक्षा वेंचर्स के अनुसार वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा क्षेत्र में 35 लाख से अधिक रोजगार के अवसर खुले हैं।
आवश्यक कौशल : आईटी, प्रोग्रामिंग, नेटवर्क सुरक्षा, जोखिम प्रबंधन।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्पेशलिस्ट : पिछले एक साल में एआई में हुई प्रगति भविष्य में इंसानों की तकनीक के साथ जुड़ने के नए आयाम खोल रही है। स्वास्थ्य सेवा से लेकर वित्त, खुदरा क्षेत्र आदि में एआई को शामिल करने से इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की मांग बहुत बढ़ रही है। डब्ल्यूईएफ के अनुसार, एआई और मशीन लर्निंग से इस दशक में 1.2 करोड़ रोजगार के बढ़ने की उम्मीद है, जिसमें गार्टनर के अनुसार तकनीकी भूमिकाओं में 23 लाख नौकरियां शामिल हैं।
आवश्यक कौशल : मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, प्रोग्रामिंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रॉसेसिंग
साइबर वकील : साइबर अपराध के मामलों में वृद्धि और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बढ़ते उपयोग ने साइबर कानून में विशेषज्ञता रखने वाले कानूनी पेशेवरों की आवश्यकता को बढ़ा दिया है। एनसीआरबी के अनुसार, भारत में 2019 में साइबर अपराध के मामलों में 63.5% की वृद्धि देखी गई। स्पष्ट है कि यह एक बेहद सफल क्षेत्र के तौर पर पर उभर रहा है।
आवश्यक कौशल : साइबर कानून, आईटी अधिनियम, कानूनी अनुसंधान, मुकदमा, कानूनी सलाह आदि की क्षमता और ज्ञान
ब्लॉकचैन/एआर डेवलपर : विभिन्न उद्योगों में ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी और एआर को तेजी से अपनाया जा रहा है। इस रुझान के उभरने से इस क्षेत्र में पेशेवरों की मांग में बहुत वृद्धि हुई है। स्टेटिस्टा के अनुसार, जहां एआर/वीआर बाजार के सालाना 25.3% की दर से बढ़ने की उम्मीद है, वहीं उम्मीद है कि ब्लॉकचेन बाजार 2029 तक 56% तक बढ़ जाएगा जिससे निकट भविष्य में रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा होंगे।
आवश्यक कौशल : ब्लॉकचैन विकास, एआर विकास, डीएपीपी, कोडिंग, क्रिप्टोग्राफी
फार्माकलॉजिस्ट : चिकित्सा के क्षेत्र में निरंतर विकास और व्यक्ति विशेष के लिए तैयार दवाओं की बढ़ती मांग ने इस क्षेत्र को एक सुनहरा विकल्प बना दिया है। भारतीय और वैश्विक फार्मास्युटिकल बाजार तेजी से बढ़ रहा है और 2023 में यह 1 ट्रिलियन डॉलर पार कर चुका है, इसलिए अब अस्पताल, विश्वविद्यालय, फार्मास्युटिकल और बायोटेक उद्योग, सभी फार्मासिस्टों को भी नियुक्त करने लगे हैं।
आवश्यक कौशल : फार्माकोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, रिसर्च मेथडोलॉजी, फार्मास्युटिकल लॉ
व्यावहारिक स्वास्थ्य तकनीशियन : मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में बढ़ती जागरूकता और रोगियों की व्यक्तिगत देखभाल संबंधी क्षेत्र में बढ़ती आवश्यकता ने इस पेशे को एक महत्वपूर्ण रोजगार विकल्प बना दिया है। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, 2019 से 2029 तक इस क्षेत्र में रोजगार के 12% तक बढ़ने का अनुमान है।
आवश्यक कौशल : एप्लायड व्यवहार विश्लेषण, आटिज्म स्पेक्ट्रम विकारों की समझ, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श
एक सफल भविष्य की तैयारी
शिखर की ओर बढ़ते करिअर क्षेत्र के लिए छात्रों को बहुमुखी कौशल विकसित और विकासकेंद्रित दृष्टिकोण तैयार करने पर ध्यान देना चाहिए। भविष्य में करिअर के विभिन्न आयाम खुलने के बावजूद सॉफ्ट स्किल्स जैसे समस्या-समाधान, रचनात्मकता, स्थिति अनुसार त्वरित विचार और फैसले लेने का कौशल और टीमवर्क क्षमता की मांग हमेशा बनी रहेगी। छात्रों को अपनी पसंद के क्षेत्र संबंधी कौशल और क्षमताओं का तेजी से विकास करना चाहिए।
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