जम्मू-कश्मीर स्थित गांदरबल के तुलमुल इलाके में स्थित क्षीर (खीर) भवानी मंदिर में वार्षिक मेले शामिल होने के लिए कश्मीरी हिन्दू समाज सुरक्षा के साथ बसों में सवार होकर जम्मू से रवाना हो गए। इस दौरान जम्मू मंडल के आयुक्त रमेश कुमार ने झंडी दिखाकर श्रद्धालुओं को रवाना किया।आयुक्त रमेश कुमार के अनुसार यात्रा के लिए सभी तैयारियां विधवत रूप से की गई हैं। मेले की तैयारियों के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मेले में जाने से पूर्व श्रद्धालुओं ने कहा कि य़ात्रा में जाते हुए उन्हें बेहद खुशी हो रही है। हम सभी राज्य और देश की सुख—शांति और समृद्धि के लिए माता से प्रार्थना करेंगे। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी के पांच मंदिरों में क्षीर भवानी मेलों का आयोजन किया जाता है। गांदरबल के तुलमुल, कुलगाम के मंजगाम व देवसर, अनंतनाग के लोगरीपोरा और कुपवाड़ा के टिक्कर में भगवती मंदिर में मेले का आयोजन होता है।
खीर भवानी में होता है मुख्य आयोजन
खीर भवानी मंदिर में होने वाले वार्षिक मेले के आयोजन में देश—विदेश में बसे हिन्दू समाज के लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं। कश्मीरी हिन्दू समाज की कुल देवी के रूप में माता की बड़ी मान्यता है। संपूर्ण कश्मीरी हिन्दू समाज का माता के प्रति बड़ा श्रद्धाभाव है। ऐसे मेें हर वर्ष यहां एक बड़ा आयोजन होता है, जिसमें हजारों—हजार लोग शामिल होते हैं।
श्रदालुओं के लिए बनेगा यात्री भवन
खीर भवानी मंदिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए यात्री भवन का निर्माण किया जाएगा। जिला प्रशासन और संबंधित सरकारी विभाग भवन निर्माण के लिए जल्द विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेंगे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बीते गुरुवार को खीर भवानी मंदिर के निरीक्षण के दौरान भवन की घोषणा की। उन्होंने खीर भवानी मेले के लिए रसद व्यवस्था, बिजली, पानी की आपूर्ति, आवश्यक वस्तुओं, चिकित्सा सेवाओं और अन्य आवश्यक प्रबंधों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उपराज्यपाल ने ज्येष्ठ अष्टमी के शुभ अवसर पर की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाए। इस दौरान उन्होंने माता के दर्शन किए और पूजा—अर्चना की।
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