देहरादून । उत्तराखंड में बढ़ती मुस्लिम आबादी ,देश में असम के बाद सबसे अधिक आंकी जा रही है। ऐसे में पछुवा देहरादून में क्षेत्रीय दल आम इंसान विकास पार्टी का पंजीकरण कराया गया है। ये पार्टी अकील अहमद द्वारा बनाई गई है। ये वही अकील अहमद है जिन्हे कांग्रेस ने कभी सिर पर बिठाया था और इनके द्वारा ही पिछले विधान सभा चुनाव में सेलाकोई में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाए जाने का वायदा कांग्रेस नेताओ से करवाया गया था। बाद में जब शोर मचा तो कांग्रेस ने अपने प्रदेश उपधायक्ष अकील अहमद से अपना दामन छुड़ा लिया।
उत्तराखंड में बढ़ती मुस्लिम आबादी में अकील अहमद ने अपना राजनीतिक भविष्य तलाशते हुए अपनी आम इंसान विकास पार्टी का गठन कर लिया था और कल रुड़की में पिरान कलियर दरगाह पर चादर चढ़ाने के बाद कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आगामी सभी चुनाव लडेगी।
उत्तराखंड में आगे स्थानीय निकाय ,जिला पंचायत और संसदीय चुनाव होने है और अकील अहमद ने अपनी पार्टी की जमीन मजबूत करने के लिए राजनीति के दांव पेच खेलने भीं शुरु कर दिए है।
उत्तराखंड के देहरादून जिले में सेलाकोई हरबर्टपुर सहसपुर धर्मपुर विकास नगर मुस्लिम आबादी बाहुल्य होते जा रहे है। इसी तरह से हरिद्वार के ज्वालापुर, लक्सर, भगवानपुर,रुड़की, बहादराबाद भी मुस्लिम बाहुल्य हो चुके है। उधम सिंह नगर जिले में गदरपुर, काशीपुर, जसपुर, किच्छा, बाजपुर में मुस्लिम आबादी बढ़ रही है, नैनीताल जिले में रामनगर, हल्द्वानी ,लालकुआं और कालाढूंगी में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ रही है।
उत्तराखंड में मुस्लिम जमात की दखल बहुत ज्यादा है और वे अब राजनीति में रसूख रखने वालों को भी दिशा निर्देश दे रहे है। मुस्लिम आबादी का प्त्वरतिनिधित्व करने के लिए मुस्लिम सेवा संघ, भीम आर्मी के साथ युवा जुड़े है और इन्ही संगठनों के लोग कांग्रेस,आम आदमी पार्टी और आम इंसान विकास पार्टी के साथ भी जुड़कर अपने हित साध रहे है।
पछुवा देहरादून में अकील अहमद का मुस्लिम नेता के रूप में क्षेत्र में खासा दबदबा रहता आया है,छोटे स्तर हो या बड़े स्तर की राजनीति में अकील की टीम अपनी मौजूदगी के एहसास करा रही है।
ये सब इस लिए हो रहा है क्योंकि हिमाचल यूपी से लगे इस क्षेत्र का डेमोग्राफी चेंज होने लगा है उत्तराखंड राज्य बनने के समय पछुवा देहरादुंके जो गांव हिंदू बाहुल्य थे वो अब मुस्लिम बाहुल्य हो गए है। सरकारी और ग्राम सभाओं की जमीनों पर यूपी से आए मुस्लिमो ने बड़ी संख्या में कब्जे किए और इसमें अकील अहमद और उनके साथियों की संरक्षण की भूमिका को नोटिस में लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पछुवा देहरादून और वेस्ट यूपी में आम इंसान विकास पार्टी इस कोशिश में है कि राजनीतिक प्रभाव बढ़ा कर उनके कुछ एमएलए और जनप्रतिनिधि बन जाए खास तौर पर उत्तराखंड में जहां कई बार लंगड़ी सरकारे चुन कर आई है वहां मुस्लिम एमएलए अपनी राजनीति को प्रभावशाली बना सकते है।
पछुवा देहरादून की चार विधान सभाओं में मुस्लिम राजनीति अपना असर दिखला रही है।सत्ता पक्ष बीजेपी और विपक्षी दल के विधायक भी कई बार मुस्लिम राजनीति के प्रभाव में झुकते दिखाई देते है।
जानकारी के अनुसार अभी ये मुस्लिम राजनीति निर्दलीय की भूमिका में है जैसे ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य के रूप में प्रभावी है ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष को बनाने के लिए बड़े राजनीतिक दलों से ये राजनीतिक सौदेबाजी कर रहे है।
जानकारी के मुताबिक अकील अहमद के दल को स्थानीय मुस्लिम संस्थाओं से फंडिंग हो रही हैं ताकि वो एक ताकत के रूप में उभरे। बरहाल आम इंसान विकास पार्टी पछुवा देहरादून, हरिद्वार जिले में और पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपना विस्तार कर रही है और ये बीजेपी और कांग्रेस दोनो के लिए सिरदर्द बन रही है।
अकील अहमद की पार्टी योजनाबद्ध तरीके से अपना। प्रभाव बढ़ा रही है और इसके कार्यकर्ता विकास नगर ,चकराता तक पहुंच रहे है और युवाओं को अपने साथ जोड़ रहे है ,वन गुज्जरों के डेरो में इनकी बैठको का दौर जारी है और कट्टरपंथी भाषणों के जरिए अपनी बात कह रहे है।
उत्तराखंड में जनसंख्या असंतुलन की खबरों के बीच मुस्लिम राजनीति भी करवट ले रही है जो आने वाले समय में कांग्रेस बीजेपी दोनो के लिए परेशानी पैदा करने जा रही है।
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