भोपाल। कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिब्ज उत तहरीर (एचयूटी) के संदिग्ध आतंकियों की पुलिस रिमांड बुधवार को समाप्त होने पर कोर्ट में पेश किया गया। मध्य प्रदेश आतंक निरोधी स्कॉड (एटीएस) ने रिमांड की मांग नहीं की। इस पर सभी दस संदिग्ध आतंकियों को 2 जून तक के लिए जेल भेज दिया गया। इससे पहले छह संदिग्ध आतंकियों को 19 मई को जेल भेजा गया था। मध्य प्रदेश एटीएस ने भोपाल और हैदराबाद से एचयूटी के 16 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में कन्वर्जन, आतंकी गतिविधियों और लव जिहाद के खुलासे हो रहे हैं।
इससे पहले 19 मई तक की रिमांड के बाद 10 संदिग्ध आतंकियों को 24 मई तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया था, जबकि छह संदिग्ध आतंकियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया था। इन 16 संदिग्ध आतंकियों में से आठ मतांतरित मुस्लिम हैं। अब तक ये लोग पांच लड़कियों और दो लड़कों का कन्वर्जन करा चुके हैं।
मध्य प्रदेश एटीएस ने एचयूटी के 16 संदिग्ध आतंकियों को नौ मई को गिरफ्तार किया था। इसमें से 10 भोपाल, एक छिंदवाड़ा और पांच हैदराबाद के तेलंगाना से गिरफ्तार किए गए थे। भोपाल और छिंदवाड़ा से गिरफ्तार आरोपियों के पास से एटीएस ने बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रानिक डिवाइस, साहित्य बरामद किया था। एचयूटी के यह सदस्य युवाओं भड़काने का काम कर रहे थे।
मध्य प्रदेश एटीएस की कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब उत तहरीर से जुड़े कई सदस्यों को पकड़ने की देश में अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। मप्र पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ यूएपीए एवं अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीकृत किया है।
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