बीकानेर। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को बीकानेर में बताया कि दिल्ली-जयपुर इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की कोशिश की जा रही है। बीते नौ साल में पचास हजार करोड़ रुपये की लागत से 6300 किलोमीटर के काम किए गए हैं। वर्ष 2025 तक 35 हजार करोड़ की लागत से 2531 किलोमीटर के काम पूरे होंगे। राजस्थान में कुछ प्रस्ताव और बन रहे हैं, अच्छे रोड बन रहे हैं। वर्ष 2024 समाप्त होने से पहले राजस्थान की सड़कें अमेरिका के बराबर होंगी। टोल प्लाजा नौरंगदेसर (अमृतसर जामनगर एक्सप्रेस वे) का निरीक्षण कर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस एक्सप्रेस वे से यहां से वाया लुधियाना होते हुए कुल्लू-मनाली जा सकेंगे और तो और अमृतसर होते हुए जम्मू कटरा भी जा सकेंगे। इसी वर्ष 20 हजार करोड़ की लागत से 675 किलोमीटर मार्ग का डीपीआर बन जाएगा। 2023-24 में 41 हजार करोड़ की लागत से चार ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा हो जाएगा। राजस्थान में 7500 करोड़ रुपये की लागत से 23 बाईपास, रिंगरोड बनाए जा रहे हैं। वहीं सेतुभारतम योजना में 346 करोड़ की लागत से नौ आरओबी का निर्माण, सेतुबंधन योजना में 673 करोड़ की लागत से 14 आरओबी स्वीकृत की गयी है। इसके अलावा जयपुर ग्रीनफील्ड रिंगरोड़, उदयपुर ग्रीनफील्ड बाईपास, जोधपुर ग्रीनफील्ड रिंगरोड, जोधपुर एलीवेटेड रोड, सरिस्का में एलिवेटेड रोड, श्रीगंगानगर से रायसिंहनगर तक निर्माण, श्रीगंगानगर से हनुमानगढ़ तक निर्माण, अजमेर से नागौर तक निर्माण, नाथद्वारा से चारभुजाजी तक निर्माण, बाड़मेर से गागडिय़ा तक निर्माण, जालौर से संदेराव मार्ग पर पांच बाईपास का निर्माण, लालसोट से करौली तक निर्माण, रास से मांडल तक, ब्यावर से गोमती तक निर्माण हो रहा है। वहीं दिल्ली-जयपुर मार्ग में सुधार, मध्यप्रदेश से कनेक्टिविटी के तहत झालावाड़ से उज्जैन तक निर्माण हो रहा है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ