मुरादाबाद। तीन तलाक और हलाला की पैरोकारी करने वाले इस्लामिक कट्टरपंथियों का बस चले तो न बेटियों को खरीददारी करने जाने दें और न जरूरत के वक्त उनको परिचितों से भी लिफ्ट मांगने दें। पश्चिमी यूपी में मेरठ, मुजफ्फरनगर के बाद कट्टरपंथियों का स्याह सच अब मुरादाबाद में सामने आया है, जहां खरीददारी को आई मुस्लिम लड़की को अपने गांव के हिन्दू युवक से लिफ्ट मांगने की सजा सरेआम बेइज्जती के रूप में दी गई। लड़की से छेड़खानी कर उसका मोबाइल छीन लिया गया। उसकी मदद करने वाले परिचित युवक को पीटकर उसके कपड़े नोंच दिए गए। युवती गिड़गिड़ाती रही, फफकती रही। कुछ भी गलत नहीं करने की सफाई भी रही मगर मगर कट्टरपंथियों का दिल नहीं पसीजा। गुंडई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की तलाश में दबिशें जारी हैं।
वायरल वीडियो मे साफ नजर आ रहा है कि मुस्लिम समाज की लड़की इस्लामिक कायदे-कानून मानकर परदे के साथ खरीददारी करने आई थी मगर कट्टरपंथियों ने इसके बाद भी सरे बाजार उसका तमाशा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरा मामला मुरादाबाद के थाना भोजीपुर इलाके का है, जहां मुस्लिम युवती कुछ जरूरी सामान खरीदने बाजार आई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बाजार से घर लौटने को उसने गांव के ही परिचित युवक से लिफ्ट मांगी थी। कट्टरपंथियों ने इतनी सी बात का ऐसा बतंगड़ बना डाला कि युवती और उसके परिचित युवक को सबके सामने भीड़ के हाथों बुरी तरह बेइज्जत होना पड़ा। युवती ने पुलिस से कहा कि परिचित युवक कपड़े की दुकान के बाहर खड़ा होकर उसकी शॉपिंग खत्म होने का इंतजार कर रहा था। उसने कपड़े पसंद करने में उसकी भी मदद ले ली। दिमाग में कट्टरंपथ का जहर पाले बैठे दुकानदार ने बुर्का पहने युवती को साथी युवक से बातचीत करते देखा तो उसने आसपास आवाज लगाकर भीड़ जमा कर ली। इसके बाद जो हुआ, वह कानून की भाषा में गंभीर अपराध होने के साथ किसी भी सभ्य समाज के लिए कलंक भी है।
कट्टरपंथी बोले, कब्र में नहीं जाना..मुस्लिम लड़के मर गए क्या ? युवती के मुताबिक, दुकानदार के कहने पर जुटी भीड़ ने धमकाकर उसका नाम पूछा। उसके मुस्लिम होने की जानकारी होते ही उसे बहुत बेइज्जत किया। उससे कहा गया कि लगता है तुझको कब्र में नहीं जाना है ! मुसलमान लड़के मर गए थे क्या जो हिन्दू से लिफ्ट मांगी ? हमलावरों ने युवती के परिचित युवक से मारपीट की। उसके कपडे़ फाड़ डाले। बहादुर लड़की भीड़ की गुंडई का लगातार विरोध करती रही। कहती रही कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है, किसी से लिफ्ट मांगना या बातचीत करना अपराध थोडे ही है। मगर भीड़ में उसकी आवाज दबकर रह गई। हमलावरों ने उसका मोबाइल छीन लिया। उस पर कैसे-कैसे बुरे लांछन लगाए । उसके साथ छेड़छाड़ की। युवती फफकती रही मगर हमलावर भीड़ को न उस पर दया आई और न उस बेकसूर हिन्दू नौजवान पर, जो सिर्फ मानवता के नाम पर अपने ही गांव की परिचित लड़की की मदद को रुक गया था। मारपीट, गाली-गलौज और कपड़े नोंचने का क्रूर तमाशा देर तक जारी रहा। हमलावरों की भीड़ में शामिल लोग युवती से खींचतान और उसके मददगार मित्र की पिटाई का निश्चिंत होकर वीडियो बनाते रहे। बहुत देर बाद किसी तरह युवती की हमलावरों से जान छूटी। हालांकि, उसके परिचित युवक को बंधक बनाकर रखा गया।
पीड़ित युवती ने बयां की हमलावरों की क्रूरता, दर्ज कराई हमलावरों पर रिपोर्ट : मुरादाबाद पुलिस हरकत में तब आई, जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। वीडियो जो भी देख रहा था, वही हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठा रहा था। मुरादाबाद के एसपी ग्रामीण संदीप मीणा ने मीडिया को बताया है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर संज्ञान लेकर पुलिस ने गंभीर धाराओं में हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पीड़ित युवती ने पुलिस के सामने पूरी सच्चाई बयां की, जिसके बाद उसकी ओर से केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। हमलावर शाने आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि जाने आलम और हफीज सहित चार हमलावरों की तलाश में दबिशें जारी हैं। बता दें कि पश्चिमी यूपी में कट्टरपंथी इस तरह की घटनाएं पूर्व में कई स्थानों पर कर चुके हैं।
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