वाशिंगटन। एक अमेरिकी अदालत ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी और 26/11 के गुनहगार तहव्वुर राणा के भारत को सौंपने की मंजूरी दे दी है। तहव्वुर राणा 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल था। राणा को भारत द्वारा अनुरोध पर अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। बाइडन प्रशासन ने राणा के प्रत्यर्पण पर सहमति व्यक्त की थी।
यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ऑफ कैलिफोर्निया के यूएस मजिस्ट्रेट जज जैकलीन चूलजियान ने कहा कि अदालत ने अनुरोध के समर्थन और विरोध में प्रस्तुत सभी दस्तावेजों की समीक्षा की। सुनवाई के दौरान पेश किए गए तर्कों पर विचार किया गया है। अमेरिका की जेल में बंद तहव्वुर राणा को भारत भेजा जा सकता है। भारत ने राणा पर कई आरोप लगाए हैं और गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जिस पर अब अमेरिका भी कार्रवाई कर रहा है। राणा पर युद्ध छेड़ने, हत्या करने, धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी, जाली दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को वास्तविक के रूप में उपयोग करने, आतंकवादी गतिविधि के आरोप हैं।
तहव्वुर को 2011 में शिकागो में पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा को सामग्री सहायता प्रदान करने का दोषी ठहराया गया था। तहव्वुर राणा ने अपने बचपन के दोस्त डेविड कोलमैन हेडली (दाउद गिलानी) और अन्य के साथ मुंबई में लश्कर आतंकवादी हमलों की साजिश में शामिल था।
तहव्वुर के वकील ने प्रत्यर्पण का विरोध किया था। न्यायाधीश ने स्पष्ट किया कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि राणा भारत में आरोपी है। तहव्वुर उन अपराधों के लिए प्रत्यर्पण योग्य है जिसके लिए प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया है और जिस पर संयुक्त राज्य अमेरिका कार्रवाई कर रहा है। कोर्ट ने 16 मई को अपना फैसला सुनाया और 48 पेज का कोर्ट आर्डर बुधवार को जारी हुआ।
2008 में मुंबई में हुआ था हमला
26 नवंबर, 2008 को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था। लश्कर के दस आतंकियों ने पाकिस्तान से समुद्री मार्ग से मुंबई में प्रवेश किया था। इस हमले में 166 लोगों की जान चली गई और 300 से अधिक घायल हुए थे। आतंकी हमला छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस, लियोपोल्ड कैफे, ताज होटल और ओबेरॉय-ट्राइडेंट होटल में हुआ था। भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकी कसाब को जिंदा पकड़ा था, बाकी हमलावर मार दिए गए थे।
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