भोपाल । मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार एक के बाद एक बड़े जनयोजनाओं से जुड़े निर्णय लेती दिख रही है। ”लाडली बहना योजना” को अभी दिन भी नहीं बीते थे कि ”रामपथ गमन” पर बड़ा निर्णय फिर ”मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना” से युवाओं को रोजगार के सहज अवसर उपलब्ध कराने जैसे बड़े निर्णय लेते हुए सीएम शिवराज इन दिनों दिखे हैं। ऐसे में अब मुख्यमंत्री शिवराज के साथ बुधवार को उनके निवास पर हुई अखिल भारतीय संत समिति के प्रतिनिधियों की बैठक ने आनेवाले समय में मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के मठ मंदिरों और गौशालाओं पर जल्द बड़ी घोषणा किए जाने के संकेत दिए हैं।
दरअसल, अखिल भारतीय संत समिति के तत्वाधान में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री महामंडलेश्वर श्री श्री 108 राधे राधे बाबा के नेतृत्व में अखिल भारतीय संत समिति के सभी पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ एक विशेष बैठक संपन्न हुई है । इस बैठक में विशेष यह रहा कि मुख्य रूप से प्रदेश के समस्त मठ मंदिरों एवं गौशालाओं के संबंध में सीएम शिवराज ने संत समाज से विस्तार से चर्चा की है।
बैठक में संतों ने मुख्यमंत्री को बताया कि कैसे प्रदेश में मठ, मंदिरों के साथ गौशालाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है और इसमें राज्य सरकार की भूमिका इसे ठीक करने की दिशा में कितना महत्व रखती है। मुख्यमंत्री शिवराज ने संतों की सभी बातें सुन उन्हें आश्वस्त किया कि सभी बिंदुओं पर बिंदुवार अति शीघ्र विचार कर समाधान का रास्ता निकाल लिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मठ, मंदिरों से जुड़ी भूमि के संबंध में समग्रता से विचार कर नीति निर्धारित की जाएगी।
संत समाज ने भी कहा कि उनकी ओर से संतों की अगली बैठक में प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। प्रतिनिधि-मंडल में महंत नरसिंहदास महाराज जबलपुर, महामंडलेश्वर मनमोहनदास महाराज राधे-राधे बाबा, महंत हनुमानदास महाराज, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह मंत्री राजेश तिवारी, धर्माचार्य प्रमुख मुन्ना पांडे तथा अन्य प्रतिनिधि शामिल थे। मुख्यमंत्री चौहान को प्रतिनिधि-मंडल ने भगवान श्रीराम की प्रतिमा भेंट की।
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