मध्य प्रदेश के खण्डवा में एक हिन्दू लड़के को मुस्लिम लड़की से प्यार करने पर अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। मुस्लिम समाज की युवती से प्रेम विवाह करने के बाद पहली बार ससुराल आए हिंदू युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पत्नी के सामने सास, ससुर और साले ने मिलकर उसे बुरी तरह से पीटा।
राजू तीन साल पहले राजस्थान के सीकर जिले के ग्राम खंडेल से खण्डवा जिले के सिंगोट आया था। यहां नमकीन की दुकान पर काम करते हुए उसकी मुलाकात एक दिन अमरीन पुत्री मुमताज से हुई। समय के साथ दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। दोनों ने एक साथ जीने-मरने की कसम खाई और शादी कर ली। इसके बाद जितेंद्र पत्नी को लेकर अपने घर राजस्थान के खंडेल चला गया।
इस बीच मुस्लिम परिवार ने पिपलौद थाने में अमरीन की गुमशुदगी दर्ज कराई। पिपलौद पुलिस अमरीन को ढूंढती हुई राजू के घर पहुंचती है तो उसे वहां अमरीन मिलती है। अमरीन पुलिस से साफ कहती है कि वह जीवन भर राजू के साथ ही रहेगी। इसके बाद से ही दोनों साथ रहने लगते हैं। अमरीन एक बेटी को जन्म देती है। समय बीता और अमरीन को अपने घरवालों की याद आई। वह अपनी मां मुन्नीबाई और पिता मुमताज तथा भाइयों से मिलने की बात राजू से कहती है। राजू उसे सिंगोट उसके पिता के घर कुछ दिन के लिए छोड़ जाता है। लेकिन जब वह उन्हें (अपनी पत्नी और बेटी को) वापस लेने ससुराल पहुंचता है तो मुस्लिम परिवार उसे उनसे मिलने नहीं देता। इस पर राजू सिंगोट में ही रुक गया और 25 दिन से लगातार वह अमरीन को वापस अपने घर ले जाने के लिए प्रयास करता रहा। हर बार वह जाता है, और मुस्लिम परिवार के सदस्य उसे मार-पीटकर भगा देते।
अंदरूनी चोट से हो गई राजू की मौत, पुलिस की लापरवाही भी आई सामने
राजू आप बीती बताने पिपलौद थाने में पहुंचता है लेकिन यहां उसकी सुनवाई नहीं होती। जब वह फिर से अपने ससुराल जाता है, तो वहां अमरीन के परिवार जनों ने मिलकर उसे 13 मई को फिर से बुरी तरह पीटा और इस बार की पिटाई उसके जीवन पर भारी पड़ गई। तब भी वह किसी तरह पिपलौद थाने पहुंचा और न्याय की गुहार लगाई। पुलिस पर आरोप है कि इस बार भी उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया। पुलिस ने आरोपितों पर तत्काल कोई एक्शन नहीं लिया। वहीं राजू की तबीयत अंदरूनी पिटाई से बहुत अधिक बिगड़ने लगी, जिसे देखते हुए सोमवार को स्थानीय लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया ।
राजू के सास-ससुर और साले पर हत्या का केस दर्ज हुआ
जब पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल से पुलिस की लापरवाही एवं कार्रवाई के संबंध में पूछा गया तो उनका कहना था कि पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर जांच की गई है। राजू के सास-ससुर और साले पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह बात स्वीकारी है कि राजू की मौत मारपीट के दौरान अत्यधिक घायल हो जाने के कारण से ही हुई है।
हिन्दू संगठनों में है आक्रोश
हिन्दू जागरण मंच एवं विश्व हिन्दू परिषद ने इस पूरे घटनाक्रम पर आक्रोश व्यक्त किया है। दोनों ही संगठनों के पदाधिकारियों का आरोप है कि जब राजू पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर गया था, तभी पुलिस को उसकी बातों पर गौर करना चाहिए था। हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक डाक्टर अनीष अरझरे ने कहा कि पुलिस यदि गंभीर रहती तो ये अपराध ही नहीं घटता। यदि राजू की सुनवाई हो जाती तो वह आज जीवित होता।
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