तिरुवनंतपुरम (केरल)। केरल के बलरामपुरम शहर में एक मदरसे में पुस्तकालय के अंदर एक 17 वर्षीय किशोरी फांसी पर लटकी मिली। मृतका की पहचान तिरुवनंतपुरम के बीमापल्ली निवासी असमिया मोले के रूप में हुई है। परिजनों का आरोप है कि मौलाना बच्ची को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। किशोरी की मां ने बलरामपुरम थाने में शिकायत दर्ज करा दी है। पुलिस ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक असमिया मोले ने शनिवार दोपहर अपनी मां को फोन किया और घर वापस ले जाने को कहा। उसकी मां शाम 4.30 बजे मदरसा पहुंची। उससे कहा गया कि पहले अनुमति लो। इसके बाद करीब 6.30 बजे उन्हें बताया गया कि लड़की पुस्तकालय के अंदर फांसी पर लटकी हुई है। मां उसे आननफानन में नेय्यात्तिनकारा के एक निजी अस्पताल में ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
लड़की के चाचा ताजुद्दीन ने बताया कि वह रमजान के दौरान घर आई थी और उसने अपनी मां को बताया था कि मदरसा में एक नया टीचर उसे मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। वह 2 मई को मदरसा लौटी और शिक्षक के बारे में फिर से अपनी मां से शिकायत की। मदरसा प्रशासन को मामले की सूचना देने के बाद, उस्ताद (शिक्षक) ने लड़की की माँ से पूछा कि असमिया ने उनके बजाय उससे (उस्ताद से) शिकायत क्यों नहीं की। पुलिस ने कहा कि परिवार मामले की उचित जांच की मांग कर रहा है।
ताजुद्दीन ने कहा कि हमें मीडिया से पता चला कि 135 छात्र वहां पढ़ रहे थे। प्राथमिक रिपोर्ट कहती है कि शव लटका हुआ था। हम जानना चाहते हैं कि उसने आत्महत्या करने के लिए क्या दबाव डाला गया? उसे वहां क्या समस्याएं आईं? हम केवल यह जानना चाहते हैं कि उसकी मौत के पीछे कौन है?
टिप्पणियाँ