नई दिल्ली। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को कुकी बहुल जिलों के लिए अलग प्रशासन की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
पूर्वोत्तर राज्य के कुकी बहुल जिलों के अलग प्रशासन के लिये 10 विधायकों की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि “मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में मैतेई समुदाय और कुकी-जोमी जनजातियों के बीच झड़पें हुई थीं, जिसमें कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई थी। राज्य के 7 से 10 विधायकों ने पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में कुकी बहुल जिलों के लिए अलग प्रशासन की मांग की थी, जिसे मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने खारिज कर दिया है।
राज्य के हालात की जानकारी देने के लिए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह अपने चार वरिष्ठ मंत्रियों के साथ दिल्ली पहुंचे थे और गृहमंत्री अमित शाह से कल मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार झड़पों के बाद हुए राजनीतिक घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सिंह को दिल्ली बुलाया था। राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग तेज हो रही है। खासकर कुकी विधायक और समुदाय इसकी मांग कर रहा है। पार्टी नेतृत्व ने अभी तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं किया है।
वहीं सिंह ने सोमवार को कहा था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि सेना और राज्य पुलिस के साथ एक संयुक्त निगरानी समिति संयुक्त रूप से हिंसा प्रभावित राज्य में राहत शिविरों का निरीक्षण करेगी और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर को सभी आवश्यक मदद देने और मौजूदा स्थिति का आकलन करने का वादा किया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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