मध्य प्रदेश में 17 वर्ष बाद बोर्ड पैटर्न पर हुई कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा के परिणाम सोमवार को जारी कर दिए गए। कक्षा पांचवीं में साल 2023 में 82.27 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 84.34 प्रतिशत, निजी स्कूलों का परिणाम 79.07 प्रतिशत और मदरसा का परिणाम 62.62 प्रतिशत रहा। इसी तरह इस साल कक्षा 8वीं में 76.09 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें सरकारी स्कूलों का परिणाम 76.38 प्रतिशत, निजी स्कूलों का 75.78 प्रतिशत तथा मदरसों का परीक्षा परिणाम 44.66 रहा है।
प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने सोमवार दोपहर 12.30 बजे भोपाल में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के सभागार में कक्षा पांचवीं और आठवीं बोर्ड पैटर्न वार्षिक परीक्षाफल जारी किया। कक्षा पांचवीं में नरसिंहपुर जिला सबसे अव्वल रहा। 98.4 रहा, दूसरे स्थान पर डिंडोरी और तीसरे पर अनूपपुर रहा। विद्यार्थी अपने परिणाम राज्य शिक्षा केंद्र की वेबसाइट https://rskmp.in/ पर देख सकते हैं।
बोर्ड पैटर्न पर हुई पांचवीं और आठवीं की परीक्षाओं में शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों के बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। पांचवीं में ग्रामीण इलाकों के 86.58 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए, जबकि शहरों में यह आंकड़ा 72.73 फीसदी रहा। वहीं, आठवीं में ग्रामीण इलाकों से 78.96 फसदी और शहरी इलाकों से 68.83% छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए। वहीं, हर बार की तरह इस बार भी छात्रों के मुकाबले छात्राओं का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा है। पांचवीं में 84.3% छात्राएं पास हुई हैं, जबकि छात्रों की सफलता का प्रतिशत 80.3 रहा। इसी तरह आठवीं में 78.9 फीसदी छात्राएं सफल रहीं, जबकि 73.5 फीसदी छात्र 8वीं में पास हुए।
भोपाल जिले की बात करें तो यहां कक्षा पांचवीं का 82.27 प्रतिशत तथा कक्षा आठवीं का परिणाम 76.09 प्रतिशत रहा। यहां बीते साल कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत था। इस बार सात प्रतिशत की रिजल्ट में गिरावट हुई है। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने परिणाम जारी करने के बाद कहा कि कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों व गुरुजनों को हार्दिक बधाई! आप सभी ‘नए मध्य प्रदेश’ के स्वर्णिम भविष्य हैं। कठोर परिश्रम व अटूट लगन से जीवन की हर परीक्षा में ऐसे ही उत्तीर्ण होते रहें, यही कामना है। माँ सरस्वती की कृपा सभी पर सदैव बनी रहे।
राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस ने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम में हुए संशोधन के बाद विगत वर्ष मध्य प्रदेश की शासकीय शालाओं में कक्षा 5वीं और 8वीं के विद्यार्थियों की बोर्ड पैटर्न वार्षिक परीक्षा आयोजित की गई थी। उसके बाद इस शैक्षणिक-सत्र 2022-23 में प्रदेश की समस्त शासकीय, अशासकीय शालाओं और मदरसों के कक्षा 5वीं और 8वीं के विद्यार्थियों के लिए इस प्रकार की परीक्षा का आयोजन किया गया है, जिसमें लगभग 87 हजार शासकीय शाला, 24 हजार अशासकीय शाला और एक हजार से अधिक मदरसों के करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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