पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली का एक और मामला सामने आया है। यहां कालियागंज के रहने वाले एक व्यक्ति को अपने बेटे के शव को बैग में भरकर घर लौटना पड़ा है। इसका वीडियो और फोटो सामने आने के बाद राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
कलियागंज के मुस्तफा नगर के रहने वाले असीम देव शर्मा पेशे से मजदूर हैं और दूसरे राज्य में नौकरी करते हैं। पांच महीने पहले उनकी पत्नी ने दो बच्चों को एक साथ जन्म दिया था। दोनों बच्चों की सेहत हाल में बिगड़ गई थी जिसके बाद पहले उन्हें कालियागंज स्टेट जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन वहां हालत बिगड़ने पर उसे रायगंज सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहां भी जब हालात काबू में नहीं आए तो उसे सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया गया।
एक बच्चे की तो सेहत ठीक हो गई लेकिन दूसरे की शनिवार रात मौत हो गई। उसके बाद बच्चे के पिता के एंबुलेंस के लिए 8000 रुपये मांगे गए। लेकिन पैसे न होने के कारण उसने कई बार अस्पताल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की और अंतत: कोई लाभ ना होने पर वह अपने बैग में बच्चे के शव को डाल कर बस में सवार होकर घर के लिए रवाना हो गया।
This is Ashim Debsharma; father of a 5 month old infant who died in a Medical College in Siliguri.
He was being charged Rs. 8000/- to transport the dead body of his child. Unfortunately after spending Rs. 16,000/- in the past few days during the treatment, he couldn't pay the… pic.twitter.com/G3migdQww8— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) May 14, 2023
इधर कालियागंज के स्थानीय भाजपा नेता को इसकी जानकारी मिल गई जिसके बाद कालियागंज बस स्टैंड पर उतरने के बाद उसके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था 10 नंबर वार्ड के भाजपा पार्षद को गौरांग दास ने की। जिसके बाद कलियागंज विवेकानंद मोड़ से आठ किलोमीटर दूर स्थित अपने घर बच्चे के शव को लेकर असीम पहुंचे।
इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए जब उत्तर दिनाजपुर के जिलाधिकारी अरविंद कुमार मीणा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं इसकी खबर लूंगा।
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