महाराष्ट्र में पिछले तीन महीने में 5 हजार 610 लड़कियां लापता हो चुकी हैं। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले की विशेष एसआईटी गठित कर गहन छानबीन किए जाने की मांग की है। रुपाली चाकणकर ने लड़कियों और महिलाओं के गायब की विस्तृत जानकारी पुलिस मिसिंग विभाग के प्रमुख को पत्र लिखकर की है।
कुछ दिन पहले जब ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को लेकर देश में माहौल गरमा रहा था, तब मार्च के महीने में राज्य में 2200 लड़कियों के लापता होने के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए थे। साथ ही पिछले तीन महीने में महाराष्ट्र से 5610 लड़कियां लापता हो चुकी हैं। इस बीच महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने कहा है कि लड़कियों और महिलाओं के गायब होने की दर चिंता का विषय है।
रुपाली चाकणकर ने रविवार को मीडिया को बताया कि मार्च के महीने में राज्य में 2200 लड़कियों के लापता होने के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए थे। इसके बाद पता चला है कि पिछले तीन महीने में महाराष्ट्र से 5610 लड़कियां लापता हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि राज्य से 16 से 35 वर्ष के बीच की लापता लड़कियों और महिलाओं की बढ़ती संख्या बहुत चिंता का विषय है।
चाकणकर ने कहा कि लड़कियों और महिलाओं के लापता होने में मानव तस्करी से संबंधित अंतरराष्ट्रीय साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इससे चिंता बढ़ गई है। लड़कियों और महिलाओं के लापता होने की बढ़ती संख्या के कारण, कल 15 मई को दोपहर तीन बजे प्रशासन और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई और उपचारात्मक योजना के संबंध में आयोग के समक्ष सुनवाई होगी। साथ ही मिसिंग विभाग के पुलिस प्रमुख को इस संबंध की विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश जारी किया है। रुपाली चाकणकर ने कहा कि गृह विभाग को तुरंत एक विशेष जांच दल गठित कर लड़कियों और महिलाओं के लापता होने की गहन छानबीन करना चाहिए। लड़कियों के गायब होने की वजह शादी, नौकरी, प्यार का लालच बताया जा रहा है।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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