कर्नाटक कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की आज (रविवार) होने वाली बैठक में विधायक दल का नेता चुने जाने की संभावना है। कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक शाम करीब साढ़े पांच बजे होगी।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के साथ वापसी करते हुए कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी को दक्षिण भारत में उसके एकमात्र गढ़ से सत्ता से दूर कर दिया है। कांग्रेस ने शनिवार को स्पष्ट बहुमत के आंकड़े से अधिक सीटें हासिल कर लीं। कांग्रेस ने 224 सदस्यीय विधानसभा में 135 सीटें जीती हैं। सत्तारूढ़ भाजपा को 66 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इसके अलावा 19 सीटों पर जेडीएस और चार सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की है।
कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, यह अभी साफ नहीं है। मगर इस पद के प्रमुख दावेदारों में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार हैं। इस चुनाव में कांग्रेस की निर्णायक जीत ने कर्नाटक में 38 साल पुराने सत्ता-विरोधी लहर के दस्तूर को बरकरार रखा है। वर्ष 1985 के बाद से राज्य की सत्ता में किसी सत्तारूढ़ दल ने लगातार वापसी नहीं की है।
कांग्रेस ने कर्नाटक में सत्ता में आने के पहले दिन से पांच गारंटी लागू करने का वादा किया था। इन वादों में सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम चावल मुफ्त, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमाधारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो लोग कांग्रेस मुक्त भारत चाहते थे, उन्हें भाजपा मुक्त दक्षिण भारत मिला है। उधर, चुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्यपाल थावरचंद गहलोत को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने उसका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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