मध्यप्रदेश के शहडोल जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली थाना क्षेत्र में वनवासियों के मतांतरण कराने का खेल चल रहा था। शनिवार को पुलिस ने सूचना मिलने पर यहां वार्ड नंबर-18 घरौला मोहल्ले के घर से बालाघाट के एक पादरी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही यहां 100 पेटियों में रखा ईसाई पंथ से संबंधित साहित्य बरामद किया है।
बताया जा रहा है कि यहां बंद कमरे में करीब 40 लोगों को बैठाकर उन्हें ईसाई पंथ के बारे में समझाया जा रहा था। यहां शहडोल, उमरिया, अनूपपुर जिले के अलावा छत्तीसगढ़ के गरीब वनवासी थे। कई ऐसे गरीब थे, जिन्हें बीमारी का इलाज कराने के बहाने बुलाया गया था। मोहल्ले में रहने वाले संस्कार निगम ने बजरंग दल के पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया।
बजरंग दल के पदाधिकारियों ने पुलिस को बताया कि रौनी नय्यर के घर में लंबे समय से कुछ लोगों का आना जाना हो रहा है और यहां प्रार्थना सभा हो रही है। शनिवार को भी यहां कई लोग इकट्ठा हुए और बाहर से दरवाजा बंद कर ताला लगा दिया गया। बजरंग दल के कार्यकर्ता पुलिस के साथ वहां पहुंचे तो काफी देर बाद दरवाजा खुला। मोहल्ले के लोगों ने पुलिस के बताया कि लंबे समय से यहां लोग आ रहे हैं। सब गरीब और भोले-भाले लोग हैं, जिन्हें बरगलाया जा रहा है। यहां आई एक लड़की ने पुलिस को बताया कि उसकी सहेली उसे यहां लेकर आई थी। अंदर ईसाई पंथ अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इसके बदले में आर्थिक मदद का लालच भी दिया जा रहा था।
शहडोल कोतवाली सीएसपी राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ लोग एकत्र हुए हैं और मतांतरण हो रहा है। यहां प्रार्थना के नाम पर लोगों को इकट्ठा किया गया था। पुलिस को कुछ संदिग्ध लोग मिले हैं और ईसाई पंथ से संबंधित किताबें भी जब्त की गई हैं। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। यदि मतांतरण का प्रयास हो रहा था तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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