हल्द्वानी। उत्तराखंड की धामी सरकार ने सख्त आदेश दिए हैं कि मस्जिद, मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे जाएं और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन कराया जाए। जिसके बाद नैनीताल जिले में एक दर्जन से ज्यादा मस्जिदों और दो मंदिरों से लाउडस्पीकर उतरवा कर पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।
एसएसपी पंकज भट्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि किसी भी धार्मिक स्थल पर ऐसे लाउडस्पीकर से प्रार्थना सभा या अन्य धार्मिक प्रचार नहीं किया जा सकता, जिसकी वजह से आसपास के लोगों को परेशानी होती हो। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों चल रही परीक्षाओं के दौरान भी इस तरह की शिकायतें सामने आई थीं। एसएसपी भट्ट ने बताया कि शासन से आदेश आने के बाद हमारी टीम जिले के अलग-अलग स्थानों से एक दर्जन से ज्यादा धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाकर जब्त कर लिया है। इनमें मस्जिद और दो मंदिर भी शामिल हैं।
एसएसपी ने कहा कि हमने पहले भी ये चेतावनी दी थी कि मस्जिद, मंदिर, गुरुद्वारे आदि में ध्वनि विस्तारक यंत्र नहीं लगाएं। माइक स्पीकर लगा सकते हैं, किंतु उनकी आवाज परिसर से बाहर नहीं सुनाई देनी चाहिए। किसी को कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
देहरादून में नहीं उतरे लाउडस्पीकर
राजधानी देहरादून में मस्जिद, मंदिरों में ऊंची आवाज में अज़ान और आरतियां ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से प्रसारित हो रही हैं। देहरादून के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लाउडस्पीकर की तेज आवाज से लोगों को परेशानी हो रही है। विशेषकर परीक्षाओं की तैयारी में लगे विद्यार्थियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
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