आर्थिक संकट से जूझ रही गो फर्स्ट एयरलाइंस ने 12 मई तक अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं। गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही के साथ-साथ वित्तीय दायित्वों पर अंतरिम रोक लगाने के लिए याचिका दायर की है। एनसीएलटी सोमवार को इन दोनों याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।
गो फर्स्ट ने ट्वीट कर बताया कि उसने अपनी सभी फ्लाइट्स को 12 मई तक के लिए रद्द कर दिया है। वाडिया ग्रुप की कंपनी ने कहा है कि प्रभावित यात्रियों का पूरा पैसा जल्द ही वापस कर दिया जाएगा। इससे पहले कंपनी ने अपनी सभी फ्लाइट को 2-3 मई तक के लिए रद्द किया था, जिसे बढ़ाकर 9 मई कर दिया गया था। कंपनी पर फिलहाल 6,521 करोड़ रुपये का कर्ज है।
बता दें कि इससे पहले वाडिया समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन गो फर्स्ट के प्रमुख कौशिक खोना ने कहा था कि एयरलाइन ने सरकार को इन घटनाक्रमों की जानकारी दे दी है। साथ ही वह नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने जा रही है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन को प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) से इंजन की आपूर्ति नहीं मिलने से अपने बेड़े के आधे से अधिक 28 विमानों को खड़ा करना पड़ा है। इसकी वजह से एयरलाइन के समक्ष नकदी का संकट पैदा हो गया है। गौरतलब है कि गो फर्स्ट के कर्मचारियों की संख्या 5 हजार से ज्यादा है।
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