अशांत मणिपुर में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इस बीच राज्य में हिंसा के दौरान आयकर विभाग के एक अधिकारी की हत्या कर दी गई। भारतीय राजस्व सेवा एसोसिएशन ने गुजरे कल (शुक्रवार) नई दिल्ली में जारी बयान में कहा कि इंफाल में तैनात आयकर विभाग के अधिकारी लेमिनथांग हाओकिप को उनके सरकारी आवास से बाहर निकाल कर जान से मार दिया गया। एसोसिएशन के अनुसार, हमलावर मैती समुदाय के थे। इस बीच इंफाल से सूचना है कि चूड़चंदपुर जिले में सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो चोंखोलेन हाओकिप की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सनद रहे मणिपुर में सेना और असम राइफल्स के लगभग 10 हजार सैनिकों को तैनात किया गया है।
11 सौ से अधिक लोगों ने असम में ली शरण
हिंसा प्रभावित मणिपुर के जिरीबाम जिला सहित अन्य जिलों से पलायन कर आए 11 सौ से अधिक लोगों को असम के कछार जिला के लखीपुर में शरण दी गई है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हिंसा के बीच मणिपुर के निवासी जितनी जल्दी हो सके, अपने पालतु जानवरों के साथ सुरक्षित स्थान पर आ गए हैं।
लखीपुर के आश्रय शिविर की एक तस्वीर लोगों को काफी भावुक कर रहा है। फोटो में आश्रय शिविर के अंदर दो बच्चों को अपने साथ लाये गये पालतू कुत्ते के साथ प्यार करते देखा गया। हिंसक स्थिति के बीच उन्होंने अपने प्यारे जानवर को भी खतरे वाली स्थिति में अकेला नहीं छोड़ा।
कछार जिला के दंडाधीश रोहन कुमार झा के अनुसार हिंसा की वजह से मणिपुर के कुछ लोगों ने नदी और जमीन के रास्ते कछार जिले में प्रवेश किया। मणिपुर से आने वाले लोगों को जोरखा हमार लोअर प्राइमरी स्कूल, मीरपुर लोअर प्राइमरी स्कूल, फुलेरताल यूनियन हाई स्कूल, के बेथेल प्राइमरी स्कूल सहित लखीपुर उप-मंडल के विभिन्न स्कूलों में आश्रय दिया गया है। उन्होंने बताया कि शिविर में दो दिनों से राशन दिया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर और राशन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है।
जिला मजिस्ट्रेट ने आम लोगों से पड़ोसी राज्य मणिपुर में अशांति से संबंधित कोई भी अफवाह नहीं फैलाने की अपील की। कछार पुलिस अधीक्षक नोमल महतो के अनुसार कछार-मणिपुर सीमा पर सुरक्षा और मजबूत कर दी गई है और क्षेत्र में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी उपाय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले के लखीपुर इलाके में हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है।
मणिपुर से आए लोगों ने बताया कि उन्होंने राज्य की सीमा पार कर गुरुवार आधी रात को असम में शरण ली। उससे पहले मैतेई और कुकी दोनों समुदायों ने गुरुवार सुबह अपने क्षेत्र में शांति बैठक कर एक-दूसरे की रक्षा का आश्वासन दिया। लेकिन रात में उपद्रवियों ने हमला कर दिया।
इनके मुताबिक सेना ने गुरुवार रात स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। आधी रात को इन परिवारों ने असम सीमा की ओर चलने का फैसला किया और बच्चों व बुजुर्गों के साथ जिरी नदी पार कर असम के कछार जिले के लखीपुर में प्रवेश किया। गौरतलब है कि मैतेई लोगों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के फैसले से मणिपुर में हिंसा भड़क गई थी।
सुरक्षा बल की गोली से उपद्रवी की मौत
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ‘देखते ही गोली मारने’ के आदेश के बाद पहली मौत की सूचना मिली है। फायरिंग के शिकार व्यक्ति की पहचान बिष्णुपुर जिले के नंबल इलाके के रहने वाले 23 वर्षीय बियाशानिंग थुजाम के रूप में हुई है।
इंफाल में राज्य पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार बीती रात करीब 11 बजे कर्फ्यू के चलते युवकों का एक समूह बिष्णुपुर की सड़कों पर उतर गया और विरोध के नाम पर अराजक स्थिति पैदा कर दी। गश्त पर निकले कमांडो फोर्स के जवानों ने उन्हें अपने-अपने घरों में जाने को कहा। किसी भी चेतावनी पर ध्यान न देते हुए उपद्रवी हिंसक स्थिति पैदा करने की कोशिश की जिसके चलते कमांडो ने अनियंत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की। इसी दौरान गोली लगने से बियाशानिंग थुजाम नामक युवक की मौत हो गई।
राज्य पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि हिंसा प्रभावित जिलों में जहां स्थिति नियंत्रण में है, वहीं उपद्रवी दूर-दराज के इलाकों में टायर जलाकर सड़कों को जाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
बदमाशों ने सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के एक सिपाही को गोली मारी
वहीं जानकारी के अनुसार यह भी कहा कि सीआरपीएफ की 204 कोबरा बटालियन की डेल्टा कंपनी के कांस्टेबल चोंखोलेन हाओकिप की कल दोपहर 2.00 से 3.00 बजे के बीच हथियारबंद हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना चुराचांदपुर जिले के उनके गांव की है। कोबरा बटालियन की डेल्टा कंपनी के कॉन्स्टेबल चोंखोलेन हाओकिप छुट्टी पर घर आए थे।
शीर्ष पुलिस सूत्रों ने कहा कि उनकी मौत के चलते आसपास के इलाके जांच के दायरे में हैं। हालांकि, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पुलिसकर्मियों के वेश में कुछ अज्ञात बदमाशों ने गांव पर हमला किया और कोबरा बटालियन की डेल्टा कंपनी के कांस्टेबल चोंखोलेन हाओकिप की गोली मारकर हत्या कर दी।
बंगाल के लोगों के लिए राज्य सरकार ने शुरू किया हेल्पलाइन नंबर
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग को लेकर फैली हिंसा में फंसे बंगाल के लोगों की मदद के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है।
ये नंबर हैं 033-22143526 और 033-2253185
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा कि मुझे मणिपुर से रो रहे लोगों के संदेश मिल रहे हैं। बहुत चिंतित हूं। मुझे वहां के लोगों की सुरक्षा की चिंता है। देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग वहां फंसे हुए हैं। राज्य सरकार उनके साथ है। मैंने मुख्य सचिव से मणिपुर सरकार के साथ समन्वय करने को कहा है ताकि वहां से लौटने के इच्छुक लोगों की मदद की जा सके। सभी कृपया शांति बनाए रखें। हेल्पलाइन नंबर – 033-22143526 और 033-2253185 शुरू किए गए हैं।
त्रिपुरा सरकार ने की छात्रों को वापस लाने की विशेष व्यवस्था
मणिपुर में मौजूदा हालात ने त्रिपुरा सरकार को भी चिंतित कर दिया है। क्योंकि, वहां पढ़ने वाले त्रिपुरा के छात्रों के लिए उनके माता-पिता बेहद बेचैन हैं। इसके मद्देनजर त्रिपुरा के छात्रों को मणिपुर से राज्य में लाने के लिए विशेष वाणिज्यिक उड़ानों की व्यवस्था की गई है, इसके लिए त्रिपुरा सरकार की एक विशेष टीम आज मणिपुर भेजी गई है। वे त्रिपुरा के छात्रों को मणिपुर से लाने और समन्वय करने की सभी जिम्मेदारियों को निभाएंगे। त्रिपुरा सरकार के इस कदम से अब अभिभावकों को काफी राहत मिली है।
इस संबंध में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने आज केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से बात की और विशेष विमान की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। इस संदर्भ में, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंफाल से अगरतला के लिए एक अतिरिक्त वाणिज्यिक उड़ान संचालित करने के निर्णय की घोषणा की है। फ्लाइट आज आधी रात को इंफाल से अगरतला पहुंचेगी। इच्छुक छात्रों के माता-पिता से राज्य सरकार ने आह्वान किया है कि इस संबंध में तुरंत हेल्पलाइन (0381-241-6045/241-6241 और व्हाट्सएप नंबर 8787676210) पर संपर्क करें।
हिंसा के कारण मणिपुर में नीट-यूजी परीक्षा स्थगित, जारी किया हेल्पलाइन नंबर
हिंसा के कारण रविवार को होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट- यूजी 2023) की परीक्षा को यहां स्थगित कर दिया गया है। यह परीक्षा सिर्फ उन उम्मीदवारों के लिए स्थगित की गई है जिनका परीक्षा केन्द्र मणिपुर में है।
शनिवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट करके जानकारी दी कि कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण और राज्य सरकार के अनुरोध पर मणिपुर में रविवार को आयोजित होने वाली नीट की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। इन उम्मीदवारों के लिए नीट परीक्षा की नई तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।
मंत्रालय के मुताबिक इस संबंध में छात्र हेल्प लाइन नम्बर 011-4075900 पर कॉल कर सकते हैं। छात्र एनटीए की वेबसाइट पर भी इस संबंध में जानकारी ले सकते हैं।
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