पड़ोसी इस्लामी देश पाकिस्तान में हिन्दुओं की बदहाली का एक और समाचार चिंता पैदा करता है। यहां मजहबी उन्मादियों का इतना खौफ है कि उनके बीच जिंदा रहने को हिन्दू परिवार कन्वर्जन तक के लिए हामी भरने को मजबूर हैं। कल वहां मीरपुर खास से आई बड़ी संख्या में हिन्दुओं के कन्वर्जन की खबर इस खौफ की एक बानगी दिखाती है। करीब 50 लोगों ने उस देश के एक मंत्री के बेटे की मौजूदगी में इस्लाम कबूल किया।
हालांकि मीडिया में यही बताया गया है कि इस कन्वर्जन के लिए ‘किसी पर कोई जोर—जबरदस्ती नहीं की गई थी। हिन्दुओं ने स्वेच्छा से कन्वर्जन कबूला है’। लेकिन पाकिस्तान की फितरत की जानकार दुनिया जानती है कि यह बात कितनी झूठ है।
गत कुछ वक्त में यह मामला पाकिस्तान में हिंदुओं के कन्वर्जन का एक बड़ा मामला माना जा रहा है। इस खबर ने वहां बचे गिनती के हिन्दुओं में नए सिरे से खौफ पैदा कर दिया है। सामने आए ब्योरे के अनुसार, कराची के अंतर्गत आने वाले मीरपुरखास डिवीजन में ’10 हिंदू परिवारों ने कन्वर्जन स्वीकार किया’ है। बताया गया है कि इन 10 हिन्दू परिवारों के करीब 50 लोग इस्लाम में कन्वर्ट किए गए हैं। इसके लिए बाकायदा एक समारोह का आयोजन किया गया. पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के अनुसार, इसके लिए एक बड़ा कार्यक्रम किया गया था। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान में मजहबी मामलों के प्रभारी मंत्री मोहम्मद महमूद का बेटा मोहम्मद शमरोज़ खान खुद मौजूद था, उसकी देखरेख में ये कन्वर्जन का काम हुआ था।
कन्वर्ट होने वाले लोग फिलहाल मदरसे में ही रहने वाले हैं। उन्हें आगे चार महीने तक इस्लाम की घुट्टी पिलाई जानी है, उसके ‘तौर—तरीके’ सिखाए जाने हैं। इस दौरान उनके रहने, खाने और आकी जरूरतों को मदरसा देखेगा। इस दौरान उन्हें वहां से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
इस पूरे जमावड़े का आयोजन मीरपुरखास के बैतुल ईमान मदरसे ने किया था। न्यू मुस्लिम कॉलोनी में हुए इस कार्यक्रम के बाद में आयोजकों में से एक कारी तैमूर ने इस बात को सही बताया कि ’10 हिन्दू परिवारों के 50 लोगों ने इस्लाम कबूला है’। कारी तैमूर ने भी वही बात दोहराई कि ‘इन लोगों ने अपनी इच्छा से कन्वर्जन स्वीकारा है’।
कारी के पूरी शेखी बघारी और कहा, ‘किसी ने भी उन्हें इस्लाम कबूलने के लिए मजबूर नहीं किया था’। इस कन्वर्जन कार्यक्रम में इलाके के कई मजहबी रसूखदार मौजूद थे। कारी इसी मौके पर ये बात भी साफ बता देता तो कितना अच्छा होता कि ‘हिन्दू लड़कियों को मजहबी उन्मादी अगवा थोड़ी करते हैं, वे तो स्वेच्छा से अगवा होती हैं’। पाकिस्तान हिन्दुओं के लिए जहन्नुम बनता जा रहा है। मंत्री का बेटा तक अब इस काम में लगा है तो आगे मासूम हिन्दुओं का क्या हाल होगा, यह सोचा जा सकता है।
कारी ने आगे बताया कि कन्वर्ट होने वाले लोग फिलहाल मदरसे में ही रहने वाले हैं। उन्हें आगे चार महीने तक इस्लाम की घुट्टी पिलाई जानी है, उसके ‘तौर—तरीके’ सिखाए जाने हैं। इस दौरान उनके रहने, खाने और आकी जरूरतों को मदरसा देखेगा। इस दौरान उन्हें वहां से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
कारी के मदरसे वाले बताते हैं कि ‘कन्वर्ट होने वालों का पूरा ख्याल रखा जाता’ है। पिछले 5 साल में सैकड़ों हिन्दुओं इस्लाम कबूला है। मदरसे वाले बड़े ‘फख्र’ से बताते हैं कि किसी एक को नहीं, पूरे परिवार को ही कन्वर्ट किया जाता है, नहीं तो फिर दिक्कतें आती हैं।
इस खबर के फैलने के बाद हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दुख प्रकट किया है। उनमें गुस्सा भी है कि ये इस्लामवादी कैसे मासूम हिन्दुओं को डरा—धमकाकर उन्हें कन्वर्ट कर रहे हैं। वहीं कि एक हिन्दू कार्यकर्ता फकीर शिव ने आक्रोश में कहा, “लगता है कि सरकार इस कन्वर्जन के खेल में सम्मिलित है। स्थानीय हिन्दू पिछले पांच साल से अपील करते आ रहे हैं कि सरकार कन्वर्जन के विरुद्ध कड़ा कानून बनाए। लेकिन सवाल है कि जब मंत्री का बेटा ही इन कामों में अगुआ हो तो उस सरकार से ऐसे किसी कानून की अपेक्षा भी कैसे की जा सकती है।
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