नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना को लेकर घोषित वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल को खत्म कर दिया है। शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसको लेकर घोषणा की। संगठन ने यह भी कहा कि कोरोना को लेकर वैश्विक आपातकाल खत्म हो गया है लेकिन अब भी यह विश्व के सामने स्वास्थ्य खतरे के रूप में बना हुआ है। पिछले हफ्ते कोरोना से हर तीन मिनट में एक की मौत दर्ज की गई है और यह आंकड़ा केवल उन मौतों का है जिसके बारे जानकारी मौजूद है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने प्रेस वार्ता में कहा कि इस खबर का मतलब यह नहीं कि कोरोना को लेकर सभी ढिलाई बरतने लग जाएं बल्कि इसका मतलब यह है कि आपातकालीन मोड से हटकर अब कोरोना संक्रमण के साथ-साथ दूसरे संक्रमित बीमारियों के प्रबंधन पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस कहीं जाने वाला नहीं है। इससे दुनिया में अभी भी मौतें हो रही हैं। यह अभी भी अपना स्वरूप बदल रहा है। नए वेरिएंट के उभरने का जोखिम बना है।
डॉ. टेड्रोस ने इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह फैसला अचानक नहीं लिया गया है। यह निर्णय सावधानी से विचार करके और डेटा के सावधानीपूर्वक विश्लेषण के आधार पर लिया गया है। गुरुवार को कोरोना को लेकर गठित आपातकालीन समिति ने 15वीं बार बैठक की और इस बात की सिफारिश की कि इसे वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के श्रेणी से हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल से मिले अनुभव को सभी देश को अपनी बेहतरी के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
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