मेरठ। यूपी एसटीएफ को मेरठ में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे खूंखार अपराधियों में से एक अनिल दुजाना को एसटीएफ ने पुलिस के साथ मिलकर मुठभेड़ में मार गिराया है। नोएडा में थाना बादलपुर क्षेत्र के गांव दुजाना के रहने वाले गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना पर विभिन्न थानों में 65 से अधिक संगीन केस दर्ज चल रहे थे, जिनमें 18 हत्याएं शामिल थीं। नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और आसपास के जिलों में अनिल दुजाना का खासा आतंक था। पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित कर रखा था।
एसटीएफ प्रवक्ता के मुताबिक, मेरठ के थाना जानी इलाके में अनिल दुजाना के साथियों के साथ बड़ी वारदात के इरादे से पहुंचने की सूचना मिली थी। पता होते ही एसटीएफ ने पुलिस के साथ मिलकर इलाके में उसकी घेराबंदी की। भोला झाल गंगनहर के पास एसटीएफ की दुजाना गैंग से मुठभेड़ हुई। फायरिंग में अनिल दुजाना गोली लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। अफसरों ने बताया कि अनिल दुजाना बेहद खतरनाक अपराधी था। उसने ताबड़तोड़ हत्याएं की थीं। इसके अलावा किडनैपिंग, डकैती, जमीनों पर कब्जे, सुपारी किलिंग जैसे अपराध वह लगातार करता आ रहा था। पश्चिमी यूपी के बड़े गैंगस्टर सुंदर भाटी से उसकी रंजिश चल रही थी।
कई साल पहले गाजियाबाद में सुंदर भाटी और अनिल दुजाना गैंग आमने-सामने भी आए थे तो एके-47 जैसे हथियारों से गोलियां चलीं थीं। वेस्ट यूपी में अनिल दुजाना को लोग छोटा शकील जैसा अपराधी मानते थे, जो दुश्मनों को एक के बाद एक मिटाने में लगा रहता था। थाना बादलपुर क्षेत्र का गांव दुजान कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से चर्चित था। अस्सी के दशक में सुंदर गैंग का वेस्ट यूपी से दिल्ली तक खौफ था। उस दौर में सुंदर डाकू ने प्रधानमंत्री तक को धमकी देने का दुस्साहस किया था। उसी दुजाना गांव का अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना भी आतंक का पर्याय बनकर उभरा था। यूपी एसटीएफ जब गुरुवार को अपना स्थापना दिवस मना रही थी, तो कुख्यात अनिल दुजाना के एनकाउंटर की एक और बड़ी उपलब्धि उसके खाते में जुड़ गई है। अनिल दुजाना के मारे से जाने कई जिलों में जनता ने राहत की सांस ली है। यहां बता दें कि यूपी पुलिस ने हाल में राज्य भर के 66 गैंगस्टर की लिस्ट बनाई गई थी, जिनमें 7 गैंगस्टर गौतमबुद्धनगर से थे। इनमें सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, रणदीप भाटी, सिंहराज भाटी, अनिल कसाना, अनिल भाटी व मनोज उर्फ आसे का नाम शामिल हैं। उनमें से एक अनिल दुजाना का आज एसटीएफ के हाथों खेल खत्म हो गया।
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