कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत राज्य के अन्य हिस्सों में पिछले 10 दिनों से छिटपुट बारिश का सिलसिला जारी है। इस बीच बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से चक्रवात मोचा का संकट बना हुआ है।
मौसम विभाग ने दो दिन पहले ही बताया था कि समुद्र तल पर निम्न दबाव की वजह से चक्रवात तैयार होगा। उसी के मुताबिक गुरुवार को यह और गंभीर हो गया। शुक्रवार से इसका असर दिखने लगेगा और राज्य के तटीय जिलों हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश होगी। बताया जा रहा है कि करीब 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
आज भी कोलकाता में बादल छाए हुए हैं और दिनभर छिटपुट बारिश के आसार हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 2.3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। न्यूनतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस है जो सामान्य से एक डिग्री कम है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के निदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि नौ मई के आसपास चक्रवाती तूफान के लिए स्थिति अनुकूल होने की आशंका है। चक्रवात की स्थिति में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। इस चक्रवात को मोचा नाम यमन ने दिया है। उन्होंने बताया कि अप्रैल, मई और जून के महीने में ग्रीष्मकालीन चक्रवात बनते हैं।
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