उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी की सरकार का बुलडोजर अवैध मजारों के खिलाफ लगातार गरज रहा है। मंगलवार को 15 अवैध मजारों को ध्वस्त कर दिया गया है। वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करके ये मजारें बनाई गई थीं।
मुख्यमंत्री धामी ने पिछले एक महीने से सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से बनाई गई मजारों को हटाने का अल्टीमेटम दिया था, जिसके बाद वन विभाग ने अब अवैध मजारों को ध्वस्त कर उनका मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक अभी तक 230 अवैध मजारें जड़ से साफ कर दी गई हैं। खास बात ये है कि इनमें कोई मानव या अन्य अवशेष तक नहीं मिले हैं।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गढ़वाल में कालसी वन प्रभाग में पांच अवैध मजारें ध्वस्त की गई हैं, हरिद्वार के श्यामपुर फॉरेस्ट रेंज में भी पांच अवैध मजारों को बुलडोजर से वन कर्मियों ने साफ कर दिया है। रुद्रप्रयाग फॉरेस्ट डिवीजन में एक मजार केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सड़क किनारे थी उसे भी ध्वस्त कर दिया गया है।
तराई और रामनगर फॉरेस्ट डिवीजन में चार मजारें अतिक्रमण करके बनाई गई थीं, उनमें टीन शेड बनाकर झाड़-फूंक का धंधा चल रहा था। फॉरेस्ट कर्मियों ने वहां मौजूद खादिम लोगों को दो दिन पूर्व उन्हें अपना सामान हटाने के लिए कहा था। खादिम अपने सामान को लेकर चलते बने, जिसके बाद फॉरेस्ट की स्पेशल टास्क फोर्स ने इन अवैध मजारों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
क्या कहते हैं वन विभाग के नोडल अधिकारी?
धामी सरकार द्वारा वनों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए तैनात किए गए नोडल आईएफएस अधिकारी डॉ पराग मधुकर धकाते ने बताया कि सीएम धामी के निर्देशों के तहत अब तक 230 अवैध मजारें हटा दी गई हैं और चालीस हेक्टेयर से ज्यादा वन भूमि से अतिक्रमण भी हटा दिया गया है। अभियान अभी जारी है।
सीएम धामी का बयान
मजार जिहाद के खिलाफ हमारा अभियान जारी है। देवभूमि का सनातन स्वरूप बनाए रखने की जिम्मेदारी सबसे पहले हमारी है। हम तुष्टिकरण नहीं कर रहे हैं, सरकारी जमीनों से अवैध निर्माण हटा रहे हैं।
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