कंगाल हो चुके पाकिस्तान से पिछले दिनों ऐसी तस्वीरें वायरल हुई थीं जिनमें मुफ्त सरकारी आटे के लिए जनता में मारामारी हुई थी, डंडे चले थे और हिंसा में कुछ लोगों की जानें गई थी। भूखे आम पाकिस्तानी सरकार की लापरवाही से बेहाल हैं, ऐसे में लोगों मुफ्त सरकारी खाद्यान्न बांटने की जिम्मेदारी वाले अफसर मालामाल हैं।
पता चला है कि आटा बांटने के अभियान के जिम्मेदार अफसरों ने सरकारी गल्ले को 20 अरब रु. का चूना लगा दिया है। इन भ्रष्टाचारी अफसरों को कंगाल होते इस्लामी देश की गरीब जनता तक का ख्याल नहीं रहा। पड़ोसी इस्लामी देश पाकिस्तान में सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार इस हद तक पैठ बना चुका है। यह खुलासा किसी और ने नहीं, बल्कि उस देश में प्रधानमंत्री रहे एक वरिष्ठ राजनेता ने किया है।
आसमान छूती महंगाई और कर्जा देने वाली विदेशी संस्थाओं से पैसा देने की मनाही के बीच इस खबर ने पाकिस्तान की जनता में रोष पैदा कर दिया है। यह कहना है कभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे पीएमएल-एन के नेता शाहिद खाकान अब्बासी का। कल लाहौर में एक कार्यक्रम में उन्होंने पाकिस्तान के भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे सरकारी तंत्र का दुखड़ा सुनाया। अब्बासी ने यहां तक कहा है कि देश में तंत्र इस हद तक भ्रष्ट और जर्जर हो गया है कि अब इसका आगे काम करना मुश्किल है।
अब्बासी ने सवाल उठाया कि रमजान के दिनों में गरीब जनता को फ्री में आटा बांटने के लिए प्रांतों की सरकारों की ओर से दी गई 84 अरब रुपये की सब्सिडी में से गरीबों तक कितना मिला होगा? उनका कहना है कि सरकार के इस फ्री आटा बांटो कार्यक्रम में से ही 20 अरब रुपये से ज्यादा उड़ा लिए गए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री का कहना है कि भ्रष्ट अफसरों को पहचाना तो जाएगा, लेकिन इस वक्त तो उन्हें ईमानदार अफसरों को खोजना है। अब्बासी के इस बयान पर वहां के जियो टीवी ने जो समाचार दिखाया, उसके अनुसार, अब्बासी ने सवाल उठाया कि रमजान के दिनों में गरीब जनता को फ्री में आटा बांटने के लिए प्रांतों की सरकारों की ओर से दी गई 84 अरब रुपये की सब्सिडी में से गरीबों तक कितना मिला होगा? उनका कहना है कि सरकार के इस फ्री आटा बांटो कार्यक्रम में से ही 20 अरब रुपये से ज्यादा उड़ा लिए गए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा ऐसे गंभीर आरोप लगाने के बाद हालांकि केंद्रीय तका पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने उनके आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 20 अरब रुपये का आटा उड़ा लेने की बात सही नहीं है। पाकिस्तान की सूचना मंत्री ने मरियम औरंगजेब का कहना है कि रमजान के दिनों में पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध तथा इस्लामाबाद में लाखों गरीबों को पूरी ईमानदारी के साथ मुफ्त आटा बांटा गया है।
लेकिन मरियम इसे नहीं झुठला सकतीं कि वहां कम आमदनी वालों का जीना मुहाल हो चला है। उन्हें खाने पीने को कुछ मिल ही नहीं पा रहा है। सरकार की ओर से जहां राशन बांटे जाने की भनक मिलती है, वहां देखते ही देखते जबरदस्त भीड़ जमा हो जाती है। आटे के लिए लंबी लाइनें लग जाती हैं और आटा लेकर गाड़ी के पहुंचते ही भगदड़ और मारामारी मच जाती है।
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