रामपुर। सपा महासचिव मोहम्मद आजम खां बीमारी की बात कहकर कानूनी प्रक्रिया से बच नहीं सकते। कोर्ट के आदेश पर अब उनको अपनी आवाज का नमूना देना ही पड़ेगा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (एम्स) के निदेशक ने अपनी रिपोर्ट में आजम खां को पूरी तरह स्वस्थ्य बताया है। एम्स ने आजम की हैल्थ रिपोर्ट कोर्ट को भेज दी है। एससीएसटी एक्ट के मामले में आवाज का सैंपल देने के वक्त आजम खां ने खुद को बीमार बताया था, जिस पर कोर्ट ने एम्स से रिपोर्ट मांगी थी। आजम खां इस समय नगर निकाय चुनाव में लगातार सभाएं कर रहे हैं।
सपा के पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ 2007 में रामपुर के थाना टांडा में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया हुआ था। दलित उत्पीड़न से जुड़े इस मुकदमे का एमपी-एमएलए कोर्ट में सेशन ट्रायल में चल रहा है। पिछले दिनों कोर्ट ने आजम खां की आवाज के नमूने लिए जाने के आदेश दिए थे। जिसके बाद 17 अप्रैल को विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ की दो सदस्यीय टीम कोर्ट पहुंची थी। इससे पहले कि फारेंसिक टीम आजम खां की आवाज के नमूने लेती, आजम खां ने अपने अधिवक्ता के जरिए कोर्ट में अपनी तबियत खराब होने का प्रार्थनापत्र दे दिया।
कोर्ट ने सुनवाई करते हुए एम्स दिल्ली के निदेशक को आदेश दिया था कि आजम खां के स्वास्थ्य का परीक्षण कर अवगत कराया जाए कि उनको कौन सी बीमारी है और उसको ठीक होने में कितना वक्त लगेगा ? कोर्ट के आदेश पर एम्स के निदेशक ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट को भेज दी है। रिपोर्ट में कहा है कि आजम खां पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनकी आवाज का नमूना लिया जा सकता है। इस रिपोर्ट के आने के बाद अब आजम की आवाज का सैंपल लेने का रास्ता साफ हो गया है। खुद को बीमार बताते आ रहे आजम खां हाल के समय में नगर निकाय चुनाव को लेकर रामपुर में लगातार चुनावी सभाएं करते देखे जा रहे हैं। भड़काऊ भाषण मामले में पहले ही सजा पा चुके आजम अब भी लगातार विवादित बयानबाजी कर रहे हैं।
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