वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र में 12 वर्षीय अनस की अपहरण कर हत्या करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं, हत्यारों ने लाश को रामनगर ले जाकर गंगा रेत में दफना भी दिया था, ताकि किसी को पता न चल सके। पुलिस ने हत्या के आरोपी दोनों भाइयों नागकुंआ निवासी फैजान अहमद व मोहम्मद गुफरान को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है।
जैतपुरा प्रभारी निरीक्षक मथुरा राय ने बताया कि दोनों आरोपी फैजान व गुफरान नशे और जुआ खेलने के आदी हैं। दोनों पर डेढ़ से दो लाख का कर्ज है। कर्ज चुकाने के लिए दोनों ने मासूम अनस का अपहरण किया। फर्जी सिमकार्ड के जरिए पहले फिरौती के लिए हफीजुर्रहमान को फोन किया। पकड़े जाने के डर से हत्या कर दी।
हफीजुर्रहमान का बेटा अनस शनिवार की शाम को घर के बाहर खेल रहा था। रात होने पर परिजन जब उसे खोजने निकले तो वह नहीं मिला। 9 बजे हफीजुर्रहमान को फोन आया कि बच्चा हमारे पास है। आगे कुछ बात होती फोन कट गया। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। अपर पुलिस आयुक्त (क्राइम ब्रांच) संतोष सिंह ने बताया कि खुलासे के लिए जैतपुरा इंस्पेक्टर और सर्विलांस प्रभारी अंजनी पांडेय और एसओजी की टीम गठित की गई। नागकुंआ स्थित मैदान के आस पास सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध युवक दिखाई दिए। पूछताछ में फैजान और गुफरान का नाम सामने आया। मोहल्ले से पकड़ कर पूछताछ किया गया तो दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया।
दोनों ने बताया कि अनस को पतंग दिलाने के बहाने साथ ले गए थे। दोनों उसे ई-रिक्सा में बैठाकर पड़ाव होते हुए गंगा उस पार रेत पर पहुंचे। दोनों सगे भाई नशेड़ी हैं। इससे पहले मोहल्ले में बकरियां चुराकर 9 हजार रुपये में बेच चुके हैं। फोन कॉल के जरिए पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया।
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