लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की जड़े वेदों से निकली हैं। प्राचीन वेदों का ज्ञान और लोकतांत्रिक जीवन शैली हमारी ताकत है।
बिरला ने शनिवार को अखिल भारतीय वैदिक विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि वेदों ने हमारे महान संतों के ज्ञान के अद्भुत संगम के रूप में अनादि काल से दुनिया का मार्गदर्शन किया है। वेदों ने मानवता को सत्य, न्याय और सदाचार पर आधारित उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने का मार्ग दिखाया है। विभिन्न युगों में वेदों पर व्यापक शोध किया गया है और हर बार यह साबित हुआ है कि वेदों में जो कहा गया है वह सत्य है।
बिरला ने जोर देकर कहा कि वेद हमारी हर जिज्ञासा का समाधान करते हैं और मानवता के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान भी देते हैं। उन्होंने कहा कि वेदों से प्राप्त दिशा, ज्ञान और चिंतन संपूर्ण सृष्टि के लिए लाभदायक है।
वेदों के वैज्ञानिक पहलुओं का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि वेद और विज्ञान एक दूसरे के विरोधी नहीं हैं। वेदों में जो ज्ञान है बहुत ही वैज्ञानिक और मानवता के लिए उपयोगी है। वेद केवल शास्त्र नहीं हैं, वे हमारी संस्कृति और हमारी जीवन शैली के अंग हैं और यह हमारी जिम्मेदारी है कि ज्ञान का यह सागर हर व्यक्ति तक पहुंचे और उसका लाभ उठाया जाए।
टिप्पणियाँ