आबादी के मामले में भारत से पीछे होने और लगातार जनसंख्या घटने से चीन परेशान हो गया। अब चीन ने बड़ा फैसला लेते हुए अविवाहित महिलाओं को भी बच्चे पैदा करने की छूट देने का फैसला किया है। साथ ही लोगों को बच्चे पैदा करने को लेकर प्रोत्साहित करने के लिए नए नियम भी बनाए जा रहे हैं।
पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र संघ ने आबादी के मामले में चीन के भारत से पिछड़ने का एलान किया था। वैसे भी चीन की जनसंख्या तेजी से कम हो रही है और देश में बूढ़े लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। शादी और बच्चों के लालन-पालन में होने वाले खर्च को देखते हुए चीन के लोग बच्चे पैदा करने से कतरा रहे हैं। ऐसे में चीन की सरकार को अपने कार्यबल में कमी आने का डर सता रहा है। यही कारण है कि चीन की सरकार ने लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू किया है। अब चीन एक और नया नियम बनाने जा रहा है, जिसके तहत अविवाहित महिलाएं न सिर्फ बच्चे पैदा कर सकेंगी, बल्कि कोई चिकित्सकीय समस्या होने की स्थिति में कानूनी तौर पर उपचार भी करा सकेंगी।
चीन के सिचुआन प्रांत में तो अविवाहित महिलाओं को बच्चे पैदा करने की अनुमति दी जा चुकी है। अब चीन की सरकार पूरे देश में इसे कानूनी तौर पर मान्यता देने की तैयारी कर रही है। साथ ही चीन की सरकार अविवाहित महिलाओं के गर्भवती होने पर मैटरनिटी लीव देने, बच्चे पैदा करने पर मिलने वाली सब्सिडी देने और साथ ही इनविट्रोफर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) उपचार की अनुमति देने की भी तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि यदि चीन की सरकार आईवीएफ उपचार को अविवाहित महिलाओं के लिए भी कानूनी दर्जा दे देती है तो ऐसी अविवाहित महिलाएं भी मां बन सकेंगी जो शादी करने की इच्छा नहीं रखतीं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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