केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 ने नई उपलब्धियां हासिल की हैं। विचार-विमर्श सफलतापूर्वक चल रहे हैं। भारत की समृद्ध कला, संस्कृति और विरासत ने दुनिया भर के प्रतिनिधियों पर अमिट छाप छोड़ी है। वह लेह में आयोजित दो दिवसीय वाई-20 प्री-समिट के बाद प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
ठाकुर ने कहा कि लेह में वाई-20 प्री समिट में भाग लेने वाले लगभग 103 प्रतिनिधि लेह के मठों, संगम और मनोरम प्राकृतिक दृश्यों से मंत्रमुग्ध हैं और वे फिर से लद्दाख लौटना चाहते हैं। कई लोगों के आयोजन संबंधी भ्रम पैदा किए जाने के बावजूद वाई 20 प्री समिट सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। उन्होंने बताया कि लेह प्री समिट के परिणामस्वरूप भाग लेने वाले देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के बीच वाई 20 समिट के पांच विषयों पर सहमति बनी है। कौशल से दुबारा लैस करने (रीस्किलिंग) और कौशल को उन्नत करने (अपस्किलिंग) सहित भविष्य की चुनौतियों के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव आए हैं।
उन्होंने कहा कि वाई-20 शिखर सम्मेलन युवाओं और विश्व को समान रूप से अपने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संवाद को आकार देने का एक असाधारण अवसर प्रदान कर रहा है। यह कई मायनों में हमारे संबंधित क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान खोजने में लगातार प्रयासरत है। केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से नए विचारों की तलाश करने, नवीन संबंधों को विकसित करने और परिवर्तन को लाने के लिए भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वाई-20 की थीम को युवाओं को सशक्त बनाने के लिए सावधानी से चुना गया है, ताकि वे जी20 के विकास एजेंडे और समग्र रूप से वैश्विक समुदाय का निर्माण कर सकें, इसमें सहयोग दे सकें और इसके लिए योगदान कर सकें।
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने समापन समारोह में आजादी की अमृत कहानियां पर दो लघु वीडियो लॉन्च किए। इस अवसर पर मोदी @ 20 पुस्तक का विमोचन भी किया गया। लॉन्च कार्यक्रम में लेह-लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर ब्रिगेडियर (डॉ.) बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम में ताशी ग्यालसन, मुख्य कार्यकारी पार्षद और जामयांग सेरिंग नामग्याल, सांसद, लद्दाख भी उपस्थित रहे। यह प्री-समिट 26 से 28 अप्रैल के दौरान आयोजित की गई।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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