भारत का नाम आते ही पाकिस्तानी नेताओं और फौजी अधिकारियों में एक खौफ सा छा जाता है। लेकिन आजकल तो ये डर पाकिस्तान में आम और खास सबको बराबर सताए हुए है। डर सर्जिकल स्ट्राइक का।
सितम्बर 2016 में उरी में सैन्य ठिकाने पर हमले के बाद, जिस तरह भारत ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करके सबक सिखाया था, अब पड़ोसी इस्लामी देश को पुंछ में हाल के आतंकी हमले के बाद होने का भय सता रहा है। उसे लग रहा है कि पाकिस्तान को अब एक बार फिर अपनी ओछी हरकत की कीमत चुकानी होगी। एक बार फिर से पड़ोसी भारत सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक से उसकी कमर तोड़ेगा।
यहां ध्यान दिला दें कि अभी 20 अप्रैल को जम्मू कश्मीर में पुंछ में भारतीय सेना के एक ट्रक पर हथगोलों से आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें भारत के राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान शहीद हुए थे। उसके बाद से ही पाकिस्तान भारत की ओर से किसी दमदार कार्रवाई का खौफ महसूस कर रहा है।
वीडियो में अब्दुल बासित कह रहे हैं कि ‘पाकिस्तान में लोगों को भारत की तरफ से एक बार फिर से किसी सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक का अंदेशा है, वे इसी को लेकर चर्चाएं कर रहे हैं’। लेकिन बासित साथ ही खिसियाते हुए यह भी कहते हैं, ‘वैसे मुझे तो नहीं लगता कि भारत फिर से ऐसा कुछ करेगा’।
पड़ोसी कठमुल्ले देश में खौफ की यह जानकारी किसी और ने नहीं, खुद भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रहे राजनयिक अब्दुल बासित ने दी है। उनका कहना है कि बहुत संभव है कि भारत जल्दी ही किसी सर्जिकल स्ट्राइक का कदम उठाए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, बासित ने कहा है कि ‘गत 20 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में भीमबेर गली होकर पुंछ जा रहे भारतीय सेना के ट्रक पर जो हमला हुआ था, उसके बाद ही पूरे पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। जहां देखो यही बात होती है कि बहुत हद तक भारत एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है’। अब्दुल बासित ने यह बात एक वीडियो में की है।
इस वीडियो में अब्दुल बासित कह रहे हैं कि ‘पाकिस्तान में लोगों को भारत की तरफ से एक बार फिर से किसी सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक का अंदेशा है, वे इसी को लेकर चर्चाएं कर रहे हैं’। लेकिन बासित साथ ही खिसियाते हुए यह भी कहते हैं, ‘वैसे मुझे तो नहीं लगता कि भारत फिर से ऐसा कुछ करेगा’। इसके पीछे बासित का तर्क है कि भारत में इसी साल एससीओ की बैठक हो रही है,और वह जी20 का अध्यक्ष भी है। और जब तक भारत एससीओ का अध्यक्ष है, तब तक वह ऐसा कोई काम नहीं करेगा। बासित आगे कहते हैं कि हो सकता है, अगले साल आम चुनावों के बीच, भारत ऐसा कोई कदम उठाए। हो सकता है ऐसा भारत में चुनावों से ऐन पहले हो।
अब्दुल बासित आखिर ठहरे पाकिस्तानी राजनयिक इसलिए अपनी खिसियाहट में वे पुंछ में जवानों के ट्रक पर हुए जिहादी हमले को उचित भी ठहराते हैं। वीडियों में वह कहते हैं कि ‘चाहे जिसने भी यह काम किया हो, मुजाहिद्दीन ने या किसी और ने। उसने फौज को निशाने पर रखा, आम लोगों को नहीं। उनका संघर्ष जायज है। उन्होंने एक आंदोलन को लेकर फौज को निशाना बनाया, नागरिकों को नहीं बनाया’। उनके अनुसार, अंतरराष्ट्रीय कानून ऐसी कार्रवाई की इजाजत देता है। साथ ही बासित यह भी कहते हैं कि भारत को पता है, कि पाकिस्तान कहां खड़ा है’। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में जिहादी हमले के छह दिन बाद बासित का यह वीडियो सार्वजनिक हुआ है।
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