कॉर्बेट पार्क। जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से लगे रामनगर फॉरेस्ट डिवीजन के सीतावनी जोन में एक बाघिन ने अपना गुस्सा पर्यटकों से भरी जिप्सी पर दिखाया। बताते हैं कि बाघिन की ये प्रतिक्रिया वाहन पर सवार लोगों द्वारा शोर मचाने के कारण से हुई।
रामनगर फॉरेस्ट डिवीजन टाइगर लैंडस्केप घोषित है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बाघ इस जोन तक आते-जाते हैं। यहां ऐसे पर्यटक भी आते हैं, जिन्हे टाइगर रिजर्व का परमिट नहीं मिल पाता है।
सीतावनी जोन में एक बाघिन सड़क के आसपास ही दिखाई दे रही थी। पर्यटकों को घुमा रही एक जिप्सी वहां रुकी, जिसमे बैठी सवारियों ने कुछ शोर किया जिसके बाद बाघिन ने अपना रौद्र रूप दिखाया और वाहन पर बैठे लोगों पर हमला करने की कोशिश की। इसके बाद जिप्सी चालक ने अपनी गाड़ी भगा ली, वहां और भी वाहन पहुंचे, वे सभी भी भाग खड़े हुए। वन कर्मियों को जब इसकी खबर मिली तो वे मौके पर पहुंचे और उन्होंने हवाई फायर कर बाघिन को जंगल की तरफ भेजने की कोशिश की। करीब दो घंटे बाद बाघिन की दहशत वहां खत्म हुई।
कोटद्वार से बाघ नशे के इंजेक्शन के बाद काबू किया गया
पौड़ी जिले में पिछले कई दिनों से बाघ की दहशत की वजह से स्कूल बंद कर रात्रि कर्फ्यू लगाया गया था। ग्राम जुई के पास बीती रात एक बाघ की मौजूदगी के बाद वन विभाग की टीम ने नशे के इंजेक्शन के जरिये बाघ को काबू किया। इसके बाद उसे कॉर्बेट पार्क ले गए। कुछ दिन पहले इसी इलाके में बाघ ने एक वृद्ध को अपना निवाला बनाया था, जिसके बाद डीएम पौड़ी ने आसपास से स्कूल बंद कर दिए थे और रात्रि कर्फ्यू लगा दिया था।
ग्राम प्रधान राजपाल सिंह के मुताबिक देर रात बाघ को ट्रैंकुलाइज किया गया। उसके बाद उसे मैदावर फॉरेस्ट रेंज ले जाया गया फिर उसे कॉर्बेट के अधिकारी अपने साथ जंगल ले गए। इलाके में अभी भी दहशत बनी हुई है। प्रशासन अभी अगले कुछ दिनों तक सावधानी बरत रहा है।
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