अमेरिका इस साल ऐसे दस लाख भारतीयों की आस पूरी करने जा रहा है जो अमेरिका जाने के इंतजार में हैं। यह ताजा जानकारी अमेरिका के एक वरिष्ठ नेता ने दी है। अभी कुछ दिन पहले तक अमेरिका ने भारतीयों के लिए वीसा जारी करना इतना सीमित कर दिया था कि लोगों को वीसा के लिए अपील दाखिल करने के आठ—नौ महीने बाद जाकर ही दूतावास से कोई चिट्ठी आती थी। लेकिन अब संभवत: वीसा जारी होने में ज्यादा लंंबा समय न लगे।
अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने इस बारे में एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया है कि इस वर्ष भारत के लोगों के लिए दस लाख से ज्यादा वीसा जारी करने का फैसला लिया गया है। लू के अनुसार, बाइडेन सरकार गर्मियों में छात्र वीसा जारी करने का काम शुरू करने वाली है।
उल्लेखनीय है कि एच—18 वीसा गैर-अप्रवासी वीसा माना जाता है। यह अमेरिकी कंपनियों में विदेश के पेशेवरों को कुछ खास पेशों में काम करने की छूट देता है। इसमें तकनीकी विशेषज्ञता होनी जरूरी होती है।
सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने हाल में समाचार एजेंसी पीटीआई को एक साक्षात्कार दिया था। उसमें एक सवाल के जवाब में उन्होंने यकीन के साथ बताया कि काम करने के लिए अमेरिका जाने वालों को वीसा जारी किए जाएंगे। उनके अनुसार, वे एच—1बी तथा एल वीसा जल्दी से जल्दी जारी करने संबंधी काम को आगे बढ़ाएंगे। भारत के आईटी क्षेत्र में काम करने वालों में एच—18 तथा एल वीसा की मांग पहले से कहीं अधिक हो गई है। ऐसे लोगों के लिए यह खबर सुखद हो सकती है कि अमेरिका इन दो वर्गों के लिए कार्यवाही में गति लाने वाला है।
उल्लेखनीय है कि एच—18 वीसा गैर-अप्रवासी वीसा माना जाता है। यह अमेरिकी कंपनियों में विदेश के पेशेवरों को कुछ खास पेशों में काम करने की छूट देता है। इसमें तकनीकी विशेषज्ञता होनी जरूरी होती है।
अमेरिका की प्रौद्योगिकी कंपनियां हर वर्ष भारत तथा चीन जैसे देशों से हजारों पेशेवरों को काम देती हैं लेकिन इसके लिए उन्हें एच—18 वीसा चाहिए होता है। अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री लू का कहना है कि वे छात्र और एच—18 वीसा पर विशेष गौर करते हुए दस लाख से ज्यादा वीसा जारी करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। पहले किसी एक वर्ष में अमेरिका ने इतने बड़े पैमाने पर वीसा जारी नहीं किए हैं, इस दृष्टि से यह संख्या एक रिकॉर्ड जैसी होगी।
जैसा पहले बताया, पहली बार भारत के लोगों को वीसा के लिए 8—8 महीने तक का इंतजार करना पड़ा है। इससे आवेदन करने वालों में चिंता पैदा हो रही है। इनमें एच—1बी और एच—बी2 वीसा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। अमेरिका में भारत से जाने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्र पूरी दुनिया में दूसरे नंबर पर आते हैं। डोनाल्ड के अनुसार, वे फिलहाल कार्य—वीसा को पहले निपटाने की सोच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका का यह कदम अमेरिका और भारत, दोनों के लिए बहुत अहम है।
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