बरेली। यूपी के बरेली में मुस्लिम समाज की रोशनी ने सनातन संस्कृति से प्रभावित होकर स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपना लिया है। बदायूं की रहने वाली युवती ने बरेली के आश्रम में वैदिक रीति रिवाज से दोस्त शिवम के साथ सात फेरे लिए हैं। मीडिया के सामने आकर रोशनी ने कहा कि बालिग होने के बाद संविधान उसको अपने जीवन का फैसला लेने का अधिकार देता है। वह बालिग है और मर्जी से अपना अपना घर-संसार बसा चुकी है।
हिंदू धर्म अपनाने वाली रोशनी मूलरूप से बदायूं शहर की रहने वाली है। पति शिवम और अपनी जान को खतरा बताते हुए उसने पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। उसने सोशल मीडिया पर अपने बयान के साथ शादी के जश्न का वीडियो भी साझा किया है। रोशनी के मुताबिक, वह बदायूं के मोहल्ला कबूलपुरा गौटिया की रहने वाली है। उझानी निवासी शिवम गुप्ता से उसकी दोस्ती थी। दोस्ती प्यार में बदली और दोनों ने एक दूजे का होकर जिंदगी साथ बिताने का फैसला कर लिया। घरवाले उनके रिश्ते के खिलाफ खड़े हो गए थे और उसकी इच्छा के खिलाफ दूसरी जगह उसका निकाह करना चाहे थे। परेशान होकर उसने शिवम के साथ घर छोड़ दिया। एक दिन पहले रोशन ने बरेली के अगस्त मुनि आश्रम में हिंदू धर्म अपना लिया और इसके बाद वैदिक परंपराओं के हिसाब से शिवम के साथ शादी कर ली।
रोशनी ने बताया कि वह शिवम के साथ जीवन बिताना चाहती थी। ऐसे में दोनों ने घर से भाग कर शुक्रवार को बरेली के अगस्त मुनि आश्रम में हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी कर ली। रोशनी का कहना है कि उसने अपना हमसफर चुन लिया है और वह खुश है।अपना आधार कार्ड और शैक्षिक प्रमाण पत्र दिखाते बता रही है । उसने कहा कि वह बालिग है और उसको अपने फैसले लेने का अधिकार है। रोशनी ने एक वीडियो के जरिये अपने परिवार से खतरा बताते हुए डीएम बदायूं और एसएसपी बदायूं से सुरक्षा की मांग भी की है।
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