हरिद्वार। देवभूमि में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उत्तराखंड के युवा हर क्षेत्र में कामयाबी का झंडा बुलंद कर रहे हैं। हाल ही में घोषित हुए प्रतिष्ठित यूजीसी नेट परीक्षा के परिणामों में भी राज्य के कितने ही युवाओं ने सफलता हासिल की है। सबसे बड़ा कमाल राज्य के योग आचार्य विक्रम सिंह रावत ने करके दिखाया है, जिन्होंने रिकार्ड 10वीं बार यूजीसी नेट की परीक्षा 72.67 फीसदी अंकों से हासिल की है। इस बार उन्हें 300 में से 218 अंक प्राप्त हुए हैं।
विक्रम सिंह रावत मूल रूप से टिहरी गढ़वाल जिले के निवासी हैं और वर्तमान में तीर्थनगरी ऋषिकेश में मुनि की रेती में रहते हैं। पतंजलि विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले योगाचार्य विक्रम रावत ने योग विषय से दसवीं बार यूजीसी नेट की परीक्षा पास कर अपने जिले और राज्य का नाम रोशन किया है। किसी का भी सपना एक बार NET परीक्षा पास करने का होता है मगर विक्रम रावत हर बार ऐसा करके दिखा रहे हैं, तो उनकी योग्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है। वर्ष 2015 में उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय से सर्वाधिक अंकों के साथ योग विषय में एमए कर चुके विक्रम विवि के स्वर्ण पदक विजेता विद्रयार्थी भी रहे हैं। उन्हें विश्व विद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल मिला था।
इसके अलावा विक्रम सिंह रावत 2017 में भी इसी विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (पीजीडी योग) की परीक्षा के टॉपर रहे हैं। जिसके बाद उनको सातवें दीक्षांत समारोह में भी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था। विक्रम सिंह रावत ने मनोविज्ञान से भी एमए की डिग्री हासिल की है। यूजीसी नेट परीक्षा उत्तराखंड में अबकी बार राज्य के कई तमाम युवाओं ने बाजी मारी है। इनमें ऐसे नौजवान भी हैं, जिन्होंने पहली बार में ही परीक्षा में सफलता हासिल करके दिखाई है। और एक विक्रम रावत हैं, जिन्होंने दस बार परीक्षा पास करने का रिकार्ड बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। विक्रम रावत की योग्यता पर पूरा राज्य गर्व महसूस कर रहा है।
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