हाथरस। इस्लामी कट्टरपंथियों ने यूपी के हाथरस जिले में स्कूली बच्चों से नमाज पढ़वाई। इसको लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। विरोध में हिंदू संगठन मैदान में उतर आए हैं और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल जाकर हनुमान चालीस पढ़ी है। अभिभावकों ने शिकायत की है कि स्कूल में बच्चों के हाथ से कलावा हटवाया गया था और मेंहदी लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। विवाद बढ़ने पर स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल सहित टीचर इरफान इलाही और कंबर रिजवान की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। हाथरस प्रशासन ने मामले की जांच भी शुरू करा दी है।
स्कूल में बच्चों से नमाज पढ़वाने का मामला हाथरस में अलीगढ़ रोड स्थित बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल में सामने आया है। अभिभावकों के मुताबिक, स्कूल में कट्टरपंथी मानसिकता वाले टीचर इरफान इलाही और कंबर रिजवान बच्चों से नमाज़ की प्रैक्टिस कराते थे। कलावा पहनकर आने पर दंड देते थे और मेंहदी भी नहीं लगाने देते थे। सोशल मीडिया पर स्कूल प्रिंसिपल का शराब पीते वीडियो भी वायरल हुआ था। अभिभावकों ने पूरी स्थिति से हिंदू संगठनों को अवगत कराया तो मामला तूल पकड़ गया। बड़ी संख्या में अभिभावकों के साथ हिंदू संगठन के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए और कार्रवाई की मांग करते हुए गेट पर हनुमान चालीसा पढ़ी।
अभिभावकों ने मीडिया को बताया कि स्कूल में बच्चियों को बुर्का पहनाकर फातिहा पढ़ाई जाती थी। कलावा और मेहंदी पर रोक के साथ बच्चों से फातिहा पढ़ाए जाने की जानकारी होने पर लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और देखते-देखते विरोध आंदोलन की शक्ल ले गया। स्कूल गेट पर अभिभावकों के हंगामे की सूचना पर पुलिस व प्रशानिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए और कार्रवाई का भरोसा दिया। प्रदर्शनकारी संगठनों ने मामले में स्कूल प्रबंधन पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जिलाधिकारी हाथरस अर्चना वर्मा ने मीडिया को बताया है कि बीएलएस स्कूल में बच्चों से नमाज पढ़ाए जाने को लेकर सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वाट्सएप चैट मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। एसडीएम और डीआईओएस की समिति पांच दिन में अपनी जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंपगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर, हंगामा बढ़ने पर स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल सोनिया के साथ टीचर इरफान इलाही और कंबर रिजवान को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है।
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