अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेवादार ने एक युवती को इसलिए अंदर नहीं जाने दिया क्योंकि उसने अपने चेहरे पर तिरंगा बनाया हुआ था। इस बात को लेकर युवती व सेवादार में काफी बहस भी हुई। पूरे प्रकरण पर एसजीपीसी ने सफाई दी है कि युवती ने स्कर्ट पहनी थी, इसलिए अंदर नहीं जाने दिया गया।
इस बीच दोनों के बीच हुई नोकझोंक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सुना जा सकता है कि सेवादार और महिला के बीच बहस हो रही है। वीडियो को युवती ने ही रिकॉर्ड किया है। वीडियो में युवती सेवादार से कहती हुई सुनाई दे रही है कि स्वर्ण मंदिर इंडिया में ही है। इस दौरान सेवादार युवती के साथ बदसलूकी करता हुआ दिखाई देता है।
https://twitter.com/ramanmalik/status/1647792565331320833?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctw
इस पूरी घटना पर अब एसजीपीसी की ओर से सफाई दी गई है। एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि तिरंगे के कारण युवती को नहीं रोका गया। उन्होंने कहा कि युवती का पहनावा ठीक नहीं था, जिस वजह से उन्हें रोका गया। गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि तिरंगा हमारे लिए भी सम्मानजनक है। तिरंगे के लिए और देश की आजादी के लिए 90 प्रतिशत पंजाबियों ने कुर्बानी दी है। वास्तव में युवती का पहनावा सही नहीं था। युवती ने स्कर्ट पहनी हुई थी। अगर फिर भी सेवादार ने दुर्व्यवहार किया है तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे कपड़ों में किसी भी महिला को रोका जा सकता है, लेकिन दुर्व्यवहार नहीं किया जा सकता।
टिप्पणियाँ