भोपाल । जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के जिस विश्व स्तरीय रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था, उन रानी कमलापति को कांग्रेस इतिहास की दृष्टि से गुमनाम और बिना किसी योगदान वाला मानती है। जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने तत्कालीन समय में दिए अपने भाषण में साफ कहा था कि आज पूरे मध्य प्रदेश के लिए गौरव का दिन है। भोपाल के इस स्टेशन का सिर्फ कायाकल्प ही नहीं हुआ है बल्कि रानी कमलापति का नाम इससे जुड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है। गोंडवाना का रेलवे से जुड़ना यादगार है।
दरअसल, मध्य प्रदेश में एक बार फिर रानी कमलापति के नाम की गूंज है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने आंबेडकर जयंती के अवसर पर भिंड में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि रानी कमलापति को कोई नहीं जानता, भाजपा ढूंढ-ढूंढकर स्थानों के नाम रख रही है। उन्हें बदल रही है, जिन्हें कोई नहीं जानता उन्हें हीरो बना रही है। उनके इस बयान का रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करारा जवाब दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, ”एक खानदान का नाम जपने वालों कम से कम प्रदेश और देश तथा जनजातीय भाई-बहनों का गौरव रानी कमलापति का तो अपमान मत करो। कांग्रेसियों तुमने तो कभी महापुरुषों का सम्मान किया नहीं और आज भाजपा कर रही है, तो तुम्हें तकलीफ हो रही है।” मुख्यमंत्री चौहान ने नेता प्रतिपक्ष के इस बयान पर सोनिया गांधी से जवाब मांगा है।
शिवराज बोले, ”मुझे आश्चर्य है कि कांग्रेस केवल एक ही नाम जानती है – गांधी खानदान वह भी नेहरू खानदान है। उस खानदान के अलावा कोई महापुरुष हुआ ही नहीं है। रानी कमलापति भोपाल की अंतिम हिंदू शासक थी, गोंड रानी थी, स्वाभिमानी थी, स्वधर्म पर मरने वाली थी। सुशासन उन्होंने दिया और जब छल से, कपट से उन्हें यह लगा कि दोस्त मोहम्मद खान की सेना जीत जाएगी तो उन्होंने यहां छोटे तालाब में जल समाधि ली थी । यह छोटे तालाब, बड़े तालाब के पानी में आज भी उनके बलिदान की गूंज सुनाई देती है। हम तो बचपन से पढ़ते थे, ताल तो भोपाल ताल और सब तलैया हैं रानी तो कमलापति, यहां के बच्चों ने पढ़ा है। यह कमला पार्क किसके नाम पर रखा गया है कांग्रेस बताएं?”
मुख्यंत्री शिवराज सिंह का कहना रहा कि ‘कांग्रेस ने कभी भी क्रांतिकारियों का, देश के महापुरुषों का कभी सम्मान नहीं किया है। नेहरू जी, इंदिरा जी, राहुल जी। मुझे यह कहते हुए गर्व है भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद सब महापुरुष और क्रांतिकारियों को महिमामंडित करने का उनके बलिदान को और उनके कामों को सामने लाने का प्रयास चल रहा है और इसलिए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया। केवल एक खानदान का नाम जपने वालो, कम से कम हमारी गौरव, आदिवासी भाई-बहनों की गौरव, महिला रानी कमलापति का अपमान तो मत करो।
इस दौरान सीएम शिवराज ने यह भी कहा कि (कांग्रेसियों) ”तुमने तो उनके नाम पर कुछ किया नहीं। आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर रही है तो तकलीफ हो रही है। मैडम सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए। क्या वो रानी कमलापति को जानती हैं? क्या कांग्रेस का यही दृष्टिकोण है? यह अपमान प्रदेश के जनजातीय भाई बहनों का अपमान है। यह अपमान एक प्रतापी महिला जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया उनका अपमान है। हमारी संस्कृति जीवन मूल्य और परंपराओं का अपमान है इस अपमान को प्रदेश और देश सहन नहीं करेगा।”
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