माफिया अतीक अहमद (फाइल फोटो)
इस समय प्रयागराज से बड़ी खबर आ रही है। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। दोनों इस समय प्रयागराज में थे। दोनों को मेडिकल कॉलेज के बाहर गोली मारी गई है।
अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल कराने के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया था। इसी दौरान मेडिकल कॉलेज के बाहर दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि तीन बाहरी युवकों ने गोली मारी है। सुरक्षा घेरे के बीच मीडिया से बात करते हुए दोनों को गोली मारी गई है। तीनों को पुलिस ने पकड़ लिया है। उन्होंने पुलिस के सामने फायरिंग की।
पुलिस के सामने ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। करीब 10 राउंड फायरिंग हुई है। सिपाही भी घायल हुआ है। तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके पास से तीन पिस्टल बरामद हुई है। उन्होंने माइक और आईडी छोड़कर भागने की कोशिश की थी।
गत 24 फरवरी को प्रयागराज जनपद के धूमनगंज थाना अंतर्गत उमेश पाल की घर के सामने गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल, बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। इस हमले में दोनों गनर के भी मृत्यु हो गई। राजू पाल की हत्या के मुकदमे की सुनवाई काफी तीव्र गति से चल रही थी। इसी दौरान24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हो गई। वर्ष 2005 में जब विधायक राजू पाल की हत्या के मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई तो सभी गवाह पक्षद्रोही हो गए थे। जिस समय मुकदमे की सुनवाई हो रही थी उस समय सपा का शासनकाल था। उसके बाद राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी कि सपा के शासनकाल में अभियुक्तगण अत्यंत प्रभावी हैं इसलिए ट्रायल पर रोक लगा दी जाय। उच्च न्यायालय ने ट्रायल पर रोक लगा दी थी। जैसे ही बसपा की सरकार वर्ष 2007 में बनी, अतीक अहमद और उसके भाई के खिलाफ मुक़दमे दर्ज किये गए। राजू पाल हत्याकांड के गवाह जो कोर्ट में मुकर गए थे , उन सबने थाने में एफआईआर लिखवाई कि उनका अपहरण कर लिया गया था और यह कहा गया था कि कोर्ट में अगर नहीं मुकरोगे तो जान से मार दिए जाओगे। इसलिए जान के डर से कोर्ट में बयान से मुकरना पड़ा था। राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल समेत अन्य कई लोगों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं उमेश पाल की हत्या में फरार हुए अतीक के बेटे असद अहमद और शॉर्प शूटर गुलाम की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई थी।
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