बिजनौर। यूपी की बिजनौर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। एक साल पहले पुलिस हिरासत से फरार हुआ कुख्यात अपराधी आदित्य राणा पुलिस और एसओजी के साथ एनकाउंटर में मारा गया। आदित्य राणा पर पुलिस ने ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा था। थाना स्यौहारा इलाके में हुई मुठभेड़ में इंस्पेक्टर और एसओजी प्रभारी भी घायल हुए हैं, जिनको बिजनौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के मुताबिक, बिजनौर के गांव राना नगला के रहने वाले मोस्ट वांटेड आदित्य राणा पर हत्या, लूट, रंगदारी, हमले जैसे 40 से अधिक मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज चल रहे थे। 23 अगस्त 2022 को शिवाला कलां थाने में दर्ज एक मामले की सुनवाई के लिए पुलिस आदित्य राणा को लखनऊ जेल से बिजनौर लाई थी। बिजनौर से लखनऊ लौटते वक्त शाहजहांपुर के एक ढाबे से पुलिस टीम को चकमा देकर आदित्य राणा फरार हो गया था। इस मामले में कई पुलिसकर्मी सस्पेंड हुए थे। आदित्य राणा को पकड़ने के लिए पुलिस तभी से जुटी हुई थी मगर वह हाथ नहीं आ रहा था। यूपी पुलिस ने आदित्य राणा को प्रदेशीय माफिया घोषित कर रखा था और उस पर ढाई लाख का इनाम घोषित था। आदित्य राणा खतरनाक अपराधियों का संगठित गैंग चलाता था। उसके कई साथियों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी थी। एसपी बिजनौर नीरज जादौन ने मीडिया को बताया कि सटीक सूचना पर पुलिस और एसओजी ने आदित्य राणा की थाना स्यौहारा क्षेत्र में बुढ़नपुर मार्ग पर घेराबंदी की की थी। आदित्य राणा ने पुलिस को देखते ही अंधाधुंध गोलियां चलाईं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आदित्य राणा को गोली लग गई। मुठभेड़ में स्योहारा थाना प्रभारी राजीव चौधरी, सिपाही अजय कुमार, एसओजी इंचार्ज जयवीर सिंह, सिपाही अरुण व रईस भी घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां आदित्य राणा को मृत घोषित कर दिया गया। मौके से भागने में सफल रहे आदित्य राणा के साथियों की तलाश में पुलिस टीमें जुटी हैं।
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