नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को सलाह देते हुए कहा है कि जब भी देश के बाहर जाएं, राजनीतिक चश्मे को यहीं छोड़कर जाएं। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में विश्व होम्योपैथिक दिवस 2023 पर वैज्ञानिक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या कभी आपने देखा है कि विदेश से कोई गणमान्य व्यक्ति हमारे यहां आया हो और उसने कभी अपने देश के बारे में बुरी बात कही हो? कभी नहीं! चिंतन का विषय है कि हमारे कुछ लोग ऐसा क्यों करते हैं?
उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी लंदन में भारत के संबंध में दिए अपने बयान को लेकर राजनीतिक सवालों के घेरे में हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि अमृत काल में हम सब को संकल्प लेना चाहिए कि हम भारत और भारतीयता पर गर्व करेंगे। अपने शरीर को स्वस्थ रखेंगे तथा देश और विदेश में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे। इस पर कोई आंच नहीं आने देंगे।
विश्व होम्योपैथिक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि हर साल 10 अप्रैल को डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। विश्व होम्योपैथिक दिवस-2023 की थीम सार्थक और सटीक-“होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार” है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल केवल चिकित्सा उपचार के बारे में नहीं है, इसमें व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक लाभ और एक समुदाय का सामाजिक और आर्थिक वातावरण शामिल है। उन्होंने कहा कि जी-20 अध्यक्षता में भारत का आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ है। स्वास्थ्य के बिना कोई भविष्य नहीं हो सकता है। विश्व और जन कल्याण के लिय स्वस्थ रहना अनिवार्य है। हमारे ऋषि-मुनि कह गए हैं, ‘पहला सुख निरोगी काया!
उन्होंने आगे कहा कि हम अपने वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य योद्धाओं पर गर्व क्यों नहीं कर सकते? हम अपने नवाचारों की तारीफ क्यों नहीं कर सकते? हमें खुद पर विश्वास होना चाहिए। खुद के टैलेंट पर विश्वास होना चाहिए और यही हमारी राष्ट्रीय संस्कृति होनी चाहिए। धनखड़ ने कहा कि अजीब लगता है, जब पतंग और दीया जैसी चीजें भी बाहर से आती हैं। जो चीज यहां बन सकती हैं, क्या वो बाहर से आनी चाहिए? हमारी प्रतिभा में कहां कमी है? देश के व्यापारियों-उद्योगपतियों से आह्वान करूंगा कि आर्थिक राष्ट्रवाद के विचार को बढ़ावा दें।
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