महाराष्ट्र के अकोला जिले में रविवार को देर रात बारिश के दौरान एक मंदिर के शेड पर नीम का पेड़ गिर जाने की घटना में सोमवार सुबह तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 35 घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस घटना में मृतकों के आश्रितों और घायलों को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी।
रविवार को देर रात तक अकोला जिले के बालापुर तहसील में पारस गांव में स्थित बाबूजी महाराज संस्थान में आरती चल रही थी। इसी दौरान यहां जोरदार बारिश शुरू हो गई। इससे तकरीबन 45 भक्तगण मंदिर परिसर में बने टीन के शेड के नीचे आ गए थे। इसी दौरान अचानक मंदिर से सटा नीम का पेड़ शेड पर गिर गया। पेड़ इतना विशाल था कि सभी भक्तगण उसके नीचे दब गए।
घटना की जानकारी मिलने पर बालापुर पुलिस स्टेशन की टीम फायर ब्रिगेड की टीम और जिलाधिकारी की टीम मौके पहुंची। बालापुर पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक अनिल जुंबले ने बताया कि इस घटना में अब तक 7 लोगों की जान जा चुकी है। कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इनमें से कुछ लोगों के हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई हैं और घायलों की संख्या 35 से अधिक है। इन सभी घायलों का अकोला के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना की जानकारी मिलते ही अकोला कलेक्टर नीमा अरोड़ा, रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर संजय खडसे, पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे मौके पर पहुंचे और वहा का जायजा लिया।
इस घटना में अतुल आसरे (32), विश्वनाथ तायडे (35), पर्वताबाई महादेव सुशील (65), भास्कर अम्बिलकर (60), उमा महेंद्र खरोड़े (65) के रूप में हुई है। समाचार लिखे जाने तक दो मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है जबकि लक्ष्मण बुटे, रामभाऊ वासुदेव कसुरकर, रुखमा शालिग्राम तायडे, सुरेखा प्रकाश कांबले, संकेत लक्ष्मण बुटे सहित कई अन्य घायल हो गए हैं।
टिप्पणियाँ