झारखंड में हिंदुओं के त्योहार की बात हो और सब कुछ शांतिपूर्वक निपट जाए यह अब संभव नहीं दिखाई दे रहा है। हिन्दू त्योहार आते ही पूरे प्रदेश में माहौल ख़राब करने वालों का दुस्साहस बढ़ जाता है। ऐसा लगता है कि मानो कुछ तत्व झारखंड को दंगों की आग में झोंक देना चाहते हैं। भाजपा नेताओं का मानना है कि यह सब हेमंत सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण ही हो रहा है।
अब एक बार फिर से जमशेदपुर के कदमा में कुछ असामाजिक तत्वों ने रामनवमी के दौरान ध्वज में लगे बांस को अपवित्र कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। हिंदुओं ने इसका विरोध कर मामले की जानकारी स्थानीय थाने को देकर जल्दी से जल्दी दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा । इस बात से चिढ़कर कुछ जिहादी तत्वों ने मस्जिद से हनुमान मंदिर पर पथराव करने लगे। इसमें अनेक भक्त और पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इस दौरान गोलियां भी चली हैं।
क्या है पूरा मामला?
जमशेदपुर के कदमा शास्त्री नगर ब्लॉक नंबर 3 चौक स्थित जटाधारी हनुमान अखाड़े का झंडा उतारा गया तो लोगों ने देखा कि झंडे के बांस में मांस का टुकड़ा है। इसके बाद हिंदू एक जगह इकट्ठे हो गए और विरोध में नारेबाजी करने लगे। हालांकि, उस समय प्रशासन ने किसी तरह मामला शांत करा दिया था। ध्वज को पवित्र कर लोगों ने पूजा पाठ किया और उसके बाद सभी लोग अपने घर चले गए। अगले दिन 9 अप्रैल, रविवार को संध्या कालीन आरती के लिए लोग जब मंदिर पहुंच रहे थे, इस दौरान सामने वाली मस्जिद से कट्टरपंथियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते पूरे इलाके से मारकाट और आगजनी की खबरें आने लगीं। इस दौरान कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया और वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। इस पत्थरबाजी में कई लोगों के साथ पुलिसकर्मी भी घायल हुए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े । मामला बढ़ता देख अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया।
जमशेदपुर एसएसपी प्रभात कुमार के अनुसार इलाके में माहौल को सामान्य बनाने के लिए बाहर से अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई है। इलाके में आरएएफ की एक कंपनी मौजूद है, कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और इलाके में धारा 144 लागू की गई है। इसके साथ ही उन्होंने सभी से अपील की है कि सभी शहरवासी शांतिपूर्ण माहौल बनाने और सांप्रदायिक सौहार्द बनाने के लिए प्रशासन की मदद करें।
उपायुक्त विजया जाधव ने कहा है कि कुछ असामाजिक तत्व सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है। किसी भी तरह की असामाजिक हरकत करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लोगों से अपील है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर विश्वास ना करें। ऐसे कोई भी भड़काने वाले शब्द या मैसेज प्रसारित ना करें। कोई भी अप्रिय या असामाजिक घटना घटती नजर आए तो प्रशासन को तुरंत इसकी जानकारी दें।
हिंदू कार्यकर्ता अरुण यादव ने कहा कि एक तरफ तो हिंदुओं के त्योहारों का अपमान किया जा रहा है, दूसरी तरफ हिंदू जब कार्रवाई की मांग करते हैं तो कट्टरपंथियों की ओर से उन पर पत्थरबाजी की जाती है। वहीं पुलिस की ओर से भी हिंदुओं को ही गिरफ्तार किया जाता है और मुसलमानों को बचाने की कोशिश की जाती है। उन्होंने बताया कि रामनवमी के ध्वज में मांस टांगने वाले पर कड़ी कार्रवाई की मांग हिंदू कार्यकर्ता कर रहे थे। इसी को लेकर हम लोगों की एक बैठक मंदिर में की जा रही थी। अचानक सामने वाली मस्जिद से वे लोग हमलोगों के ऊपर पत्थर और शीशे की बोतलें फेंकने लगे। पूरे घटनाक्रम को देखने के बाद ऐसा लग रहा है मानो यह पूरी घटना पहले से सुनियोजित थी। अगर ऐसा नहीं होता तो लोगों के घरों और मस्जिदों के ऊपर पत्थर क्यों रखे गए थे?
हालांकि, जमशेदपुर हिंसा मामले में अब तक भाजपा नेता अभय सिंह सहित 60 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पूरे इलाके में पुलिस के द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है। माहौल पर शासन एवं प्रशासन नजर बनाए हुए है।
इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि लोहरदगा, रांची, हजारीबाग, साहेबगंज, जमशेदपुर सहित पूरे प्रदेश को हेमंत सरकार ने दंगों में झोंक दिया है। तुष्टीकरण की नीति के कारण झारखंड ऐसी स्थिति में पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आज सरकार दंगाइयों को संरक्षण देने का काम कर रही है।
लोहरदगा, रांची, हजारीबाग, साहेबगंज, जमशेदपुर…
हेमंत सरकार ने राज्य को दंगों में झोंक दिया है। तुष्टीकरण की नीति के कारण झारखंड ऐसी स्थिति में पहुंचा है।
हमारे समय भी माहौल खराब करने की कोशिश हुई। मैं खुद सड़कों पर उतरा, संदेश दिया। जबकि आज सरकार दंगाईयों को संरक्षण दे रही है। pic.twitter.com/ITQcogJh0I
— Raghubar Das (@dasraghubar) April 10, 2023
आपको बता दें कि प्रदेश की कई जगहों पर शिवरात्री से लेकर रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव के दौरान माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा चुका है। शिवरात्रि के दौरान पलामू के पांकी में कट्टरपंथियों द्वारा माहौल बिगाड़ा गया। इसके बाद बीते 3 अप्रैल को साहेबगंज में हनुमान मूर्ति को खंडित किया गया। 31 मार्च की रात को जमशेदपुर के हल्दीपोखर में रामनवमी के जुलूस पर जमकर पथराव हुआ। ऐसी ही घटनाएं पिछले वर्ष भी पूरे राज्य में हुई थीं।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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