भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की पहल पर हिन्दूवादी संगठनों ने हनुमान जयंती के अवसर पर पूरे देश में 854 स्थानों पर ‘गदा पूजन’ किया। इसमें उत्तर प्रदेश के वाराणसी, लखनऊ, रायबरेली, जालौन में भी 4 स्थानों पर पूजन हुआ। यह कार्यक्रम समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे की देखरेख में हुआ। समिति के उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य समन्वयक विश्वनाथ कुलकर्णी ने रविवार को बताया कि ‘गदा पूजन’ सामूहिक प्रार्थना, श्री हनुमान की आरती, स्तोत्र एवं ‘श्री हनुमते नम:’ सामूहिक नामजप के साथ किया गया। कार्यक्रम के अंत में ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रतिज्ञा’ की गई ।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्रीरामनवमी की शोभायात्रा में अनेक राज्यों में पथराव और आगजनी हुई। हिन्दुओं को लक्ष्य बनाकर उनका मनोबल तोड़ने का प्रयास किया गया। इस गदा पूजन के माध्यम से पुन: हिन्दुओं को बल मिलेगा । हिन्दुओं में शौर्य धधकता रहे, इसलिए त्योहार-उत्सव के समय प्रतीकात्मक शस्त्र पूजन अवश्य होना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हिन्दुओं के प्रत्येक देवता का रूप देखने पर देवता का केवल एक हाथ आशीर्वाद देने वाला, तो अन्य सभी हाथों में विविध प्रकार के अस्त्र-शस्त्र हैं । उस दृष्टि से देवताओं के शस्त्रों का पूजन करने से हिन्दुओं में शौर्य जागृत होने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हिन्दुओं का इतिहास शौर्य एवं पराक्रम का रहा है। अनेक वर्ष सशस्त्र संग्राम कर प्राप्त की हुई स्वतंत्रता के पश्चात ‘दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल…’ इस प्रकार झूठा संदेश प्रसारित कर हिन्दुओं की भावी पीढ़ियों को शौर्य से वंचित किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि गत 75 वर्षों में हिन्दुओं का शौर्य जागृत होगा, ऐसे कार्यक्रम होते हुए दिखाई नहीं देते । इस दृष्टि से ही हिन्दुओं में शौर्य जागरण हो एवं प्रभु श्रीराम की कृपा से रामराज्य अर्थात हिन्दू राष्ट्र-स्थापना को बल मिले, इसलिए श्री हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में देशभर में ‘गदा पूजन’ किया गया ।
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