बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप के सुरक्षाकर्मियों का सामान वाराणसी के होटल से बाहर कर देने का मामला सामने आया है। इसे लेकर तेज प्रताप की ओर से आपत्ति जताई गई है। बिहार सरकार में मंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव के साथ दुर्व्यवहार और सुरक्षा को लेकर सिगरा थाने में उनके सहयोगियों द्वारा लिखित तहरीर दी गई है।
होटल प्रबंधन पर आरोप है कि तेजप्रताप यादव के अनुमति के बगैर कमरा खोल दिया। इसके अलावा बगल के कमरे में ठहरे सुरक्षाकर्मी और सहायक लोगों का सामान निकालकर रिसेप्शन पर रख दिया। वहीं, पुलिस का कहना है कि बुकिंग का समय बीतने के बाद भी कमरे को खाली नहीं किया गया था। दूसरे व्यक्ति द्वारा कमरे को बुक किया गया था। होटल प्रबंधन को नहीं मालूम था कि तेज प्रताप ठहरे हैं।
एसीपी संतोष सिंह ने बताया कि इस मामले में होटल प्रबंधन से बात करने पर पता चला है कि तेज प्रताप के किसी करीबी ने 6 तारीख को सिर्फ एक दिन के लिए होटल का कमरा बुक कराया था। होटल प्रबंधन को यह भी नहीं मालूम था कि यह आदमी कौन है, जिसके लिए कमरा बुक है। दूसरे दिन होटल का कमरा दूसरे व्यक्ति के नाम से बुक था। तेज प्रताप दर्शन करने चले गए थे। उनका एक अटेंडेन्ट होटल में मौजूद था। होटल प्रबंधन ने काफी समय इंतजार किया। फिर समान रिसेप्शन पर ला कर रख दिया। बाद में उनके सहयोगियों द्वारा सिगरा थाने शिकायत पत्र दिया गया है। जिसकी जांच की जा रही है।
सिगरा थाना क्षेत्र के रोडवेज इलाके में एक होटल के रूम नंबर 206 में ठहरे हुए थे। उनके सुरक्षाकर्मी और निज सहायकों का रूम नंबर 205 था। एक दिन के लिए रूम लिए गए थे। मंत्री तेज प्रताप यादव दर्शन-पूजन और गंगा में नौकायन कर होटल वापस लौटे तो उनका सामान रिसेप्शन काउंटर पर रखा हुआ मिला। मंत्री के गैर मौजूदगी में कमरा खाली करने से हंगामा हुआ।
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