संयुक्त राष्ट्र में भारत छा गया है। वहां भारत की ताकत को अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने सिर-माथे बैठाते हुए इस वैश्विक संठन के सांख्यिकी आयोग में चीन से दोगुने ज्यादा वोटों के साथ चयनित किया है। यह भारत की संयुक्त राष्ट्र में एक और बड़ी सफलता मानी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में सिर्फ चीन ही नहीं, भारत ने कोरिया और यूएई को भी पीछे छोड़ दिया। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्वयं ट्वीट करके इस उपलब्धि की जानकारी दी है।
संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में चार साल के लिए भारत का कार्यकाल अगले साल एक जनवरी से शुरू होगा। भारत के संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च सांख्यिकी निकाय में ऐसे गजब के प्रदर्शन के साथ चुने जाने पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कल ट्विटर पर यह जानकारी देते हुए बधाई दी है। जयशंकर ने लिखा, ‘एक जनवरी 2024 से शुरू होने वाले चार साल के कार्यकाल के लिए भारत संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च सांख्यिकी आयोग के लिए चुना गया है! कांटे की टक्कर वाले एक चुनाव में इतनी मजबूती से जीत हासिल करने के लिए पूरी टीम को बधाई।’
भारत ने 53 में से 46 मत प्राप्त करके जबरदस्त विजय पाई है। भारत की टक्कर में खड़े कोरिया गणराज्य को कुल 23 वोट मिले तो चीन को 19 और संयुक्त अरब अमीरात को केवल 15 वोट ही मिले। यानी भारत ने चीन से भी दोगुने वोट पाए हैं।
विदेश मंत्री के अनुसार, सांख्यिकी, विविधता तथा जनसांख्यिकी के क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञताओं ने इसे संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में जगह दिलाई है। बताया गया है कि संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग के चुनाव में भारत ने 53 में से 46 मत प्राप्त करके जबरदस्त विजय पाई है। भारत की टक्कर में खड़े कोरिया गणराज्य को कुल 23 वोट मिले तो चीन को 19 और संयुक्त अरब अमीरात को केवल 15 वोट ही मिले। यानी भारत ने चीन से भी दोगुने वोट पाए हैं। बेशक, यह एक बहुपक्षीय चुनाव था, इस चुनाव में दो सीटों के लिए चार देश उम्मीदवार थे।
पीटीआई के अनुसार, भारत को गुप्त वोटिंग के माध्यम से चुना गया जबकि अर्जेंटीना, स्लोवेनिया, यूक्रेन, सिएरा लियोन, अमेरिका और तंजानिया का मौखिक वोटिंग (बिना मतपत्र) से चयन हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग में 24 सदस्य देश होते हैं, इन्हें एक समान भौगोलिक वितरण के आधार पर ‘संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद’ की तरफ से चुना जाता है। आयोग के सदस्यों में पांच अफ्रीकी देश, चार एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देश, चार देश पूर्वी यूरोप से, चार-चार देश लातीनी अमेरिका तथा कैरेबियाई क्षेत्र से और सात देश पश्चिम यूरोप क्षेत्र से सम्मिलित किए जाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र का यह आयोग अंतरराष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यों के लिए सर्वोच्च निर्णय लेने का अधिकार रखता है। इस आयोग पर राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इनके क्रियान्यवन के साथ ही सांख्यिकीय मानकों को स्थापित करने तथा अवधारणाओं और तरीकों का विकास करने की जिम्मेदारी होती है।
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